कानपुर के घाटमपुर तहसील में तैनात महिला लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने चार हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। लेखपाल ने शिकायतकर्ता से जमीन चिह्नांकन के नाम पर घूस मांगी थी। लेखपाल को पकड़कर एंटी करप्शन की टीम ने हनुमंत विहार थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वहीं, मामले को संज्ञान लेकर डीएम विशाख जी ने लेखपाल को निलंबित कर दिया। घाटमपुर तहसील के दौलतपुर गांव निवासी राजेश कुमार के अनुसार गांव में उनकी पुश्तैनी जमीन है। जमीन पर उनके दो अन्य भाई भी हिस्सेदार है। जमीन में अपने हिस्से का चिह्नांकन करने के लिए उन्होंने कुछ समय पहले तहसील में आवेदन किया था।
काफी समय से तहसील के चक्कर काटने के बाद भी उनका काम नहीं हुआ। इस बीच उनका संपर्क तहसील में तैनात लेखपाल अंजलि यादव से हुआ। आरोप है कि लेखपाल ने चिह्नांकन के लिए पांच हजार रुपये की घूस मांगी। मान मनौव्वल करने पर चार हजार रुपये में राजी हो गईं।
इस बीच राजेश ने पुलिस ऑफिस में स्थित एंटी करप्शन विंग में लेखपाल की शिकायत की। इस पर एंटी करप्शन की टीम ने तहसील के बाहर जाल बिछाया और पीड़ित को केमिकल लगे नोटों के साथ लेखपाल की बुलाई गई जगह पर भेजा। लेखपाल अंजलि यादव ने राजेश को अपने परिचित फोटोकॉपी दुकानदार घाटमपुर उत्तरी निवासी शिवराज सिंह की दुकान पर तहसील के सामने बुलाया।
दुकान में लेखपाल ने दुकानदार से रुपये पकड़ने को कहा। रुपये लेते ही एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल व दुकानदार को भी पकड़ लिया। चूंकि घाटमपुर तहसील में अंजलि काम करती थी और बिधनू थानाक्षेत्र में उसका घर है। इसलिए कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस दोनों को हनुमंत विहार थाने ले आई। एसओ हनुमंत विहार उदय प्रताप सिंह ने बताया कि लेखपाल व उसके सहयोगी के खिलाफ रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।