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कानपुर में नई सड़क पर उपद्रवियों ने करीब पांच घंटे तक बवाल किया। पथराव कर वह गली में घुस जाते थे, जब पुलिस पीछा करते हुए गली में घुसती थी तो उन पर पथराव करते थे। यही नहीं दूसरी तरफ से पुलिस के पीछे से उपद्रवियों की भीड़ घुस जाती थी। इससे पुलिस को मोर्चा लेने में मशक्कत करनी पड़ी। तीन तरफ से घेर कर उपद्रवियों ने छतों से पथराव किया। आंसू गैस के गोले दागने पर उपद्रवी तितर बितर होते थे। मगर कुछ ही देर बाद वह दोबारा हमला करते थे। बवाल का ये सिलसिला रात करीब आठ बजे तक चलता रहा। पुलिस कमिश्नर, डीएम भी मौके पर पहुंच गए। उपद्रवियों ने सबसे पहले नई सड़क पर बवाल शुरू किया। इसके बाद चमड़े वाली गली से भीड़ आई। पेंचबाग के अलावा आसपास की सभी गलियों में सैकड़ों उपद्रवी बाकायदा तैयारी कर बवाल करने में जुटे रहे।
उपद्रवी पूरी तरह से बेखौफ थे। पुलिस को ललकार कर उन पर पथराव कर रहे थे। कई बार पुलिस को खदेड़ा। पुलिसकर्मी वहां से बचकर भागते नजर आए। पुलिसकर्मी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे कि वह गलियों में घुसकर उपद्रवियों को नियंत्रण कैसे करें।
एनाउंसमेंट कर घर जाने की अपील करते रहे पुलिसकर्मी
शुरू में जब पुलिस बल कम था तो पुलिसकर्मी वहां से भाग निकले थे। तब दो समुदायों के बीच सीधा टकराव शुरू हुआ था। करीब आधे के बाद भारी पुलिस बल पहुंचा था। तब जाकर पुलिस ने आगे बढ़कर कार्रवाई शुरू की थी।
पुलिसकर्मी लगातार एनाउंसमेंट कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती रही लेकिन उपद्रवी पत्थरबाजी करते रहे।
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