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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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सीआरपीएफ की 93वीं वाहिनी लखनऊ के कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय के खिलाफ सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है। साथ ही, चार शहरों में स्थित उनके ठिकानों पर छापा मारकर तमाम अहम सुबूत एकत्र किए हैं।
सीआरपीएफ के मुख्य सतर्कता अधिकारी की शिकायत पर सीबीआई, लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच नीरज कुमार पर लगे आरोपों की बीते आठ महीनों से जांच कर रही थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर गत 16 मार्च को केस दर्ज किया गया, जिसके बाद शनिवार सीबीआई की टीमों ने लखनऊ, दिल्ली, नोएडा और मिर्जापुर स्थित उनके पांच ठिकानों को खंगाला। देर रात तक उनके ठिकानों पर छापे की कार्रवाई जारी थी।
सीआरपीएफ मुख्यालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी आईजी वितुल कुमार ने नौ जून 2022 को नीरज कुमार पांडेय के खिलाफ आय से अधिक संपत्तियां अर्जित करने की शिकायत सीबीआई निदेशक से की थी। सीबीआई निदेशक ने इस मामले की जांच का जिम्मा लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच को सौंपा था।
जांच में सामने आया कि नीरज कुमार पांडेय ने एक जनवरी 2014 से 31 दिसंबर 2022 के बीच अपने और परिजनों के नाम पर 1.44 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियां अर्जित की। वहीं इस अवधि में उन्होंने और उनके परिजनों ने 9.37 करोड़ रुपये अलग-अलग मदों में खर्च भी किए। जबकि इस अवधि में नीरज कुमार पांडेय और उनके परिजनों की समस्त वैध स्रोतों से कुल आय 5.20 करोड़ रुपये पाई गयी।
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