मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की पहली महिला सांसद बनीं डिंपल यादव ने पांचों विधानसभा क्षेत्र में जीत का परचम फहराया। मैनपुरी जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो करहल से जीत का अंतर सर्वाधिक रहा। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की बहू को करहल में सबसे अधिक दुलार मिला। जसवंतनगर के मतदाताओं ने सपा की झोली वोटों से भर दी। यहां वोटों की ऐसी बारिश कि दूसरे प्रत्याशी आसपास भी नहीं ठहर सके। डिंपल यादव ने अकेले जसवंतनगर क्षेत्र से एक लाख से अधिक मतों की बढ़त ले ली थी। इसी के साथ पिछले चुनाव का रिकॉर्ड भी टूट गया। पिछले चुनाव में इस सीट से सपा को 67 हजार मतों की बढ़त मिली थी। बता दें कि इटावा का जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आता है। यहां से शिवपाल सिंह यादव विधायक हैं।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में जिले के चार करहल, किशनी, भोगांव और सदर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। सपा प्रत्याशी को करहल विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक वोट मिले। यहां से उनके पति एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विधायक हैं।
डिंपल यादव को करहल से 75 हजार 462 वोटों की बढ़त मिली। करहल में डिंपल यादव को एक लाख 40 हजार 578 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को 65116 वोट ही मिले। हर चुनाव में मैनपुरी जिले में समाजवादी पार्टी को करहल से बंपर बढ़त मिलती रही है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव को करहल विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 41 हजार 68 वोट मिले थे। जबकि भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न सिंह को मात्र 39352 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। सपा प्रत्याशी को यहां से एक लाख से अधिक वोटों से बढ़त मिली थी।
करहल सपा का मजबूत गढ़ रहा है। करहल के जैन इंटर कॉलेज में नेताजी ने शिक्षक के रूप में कार्य किया। राजनीति में कद बढ़ा, लेकिन नेताजी करहल को नहीं भूले। नेताजी की लोकप्रियता के कारण ही करहल सपा का मजबूत गढ़ बन गया। 2022 के विधानसभा चुनाव में करहल से जीत दर्ज करके ही सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा पहुंचे। अब एक बार फिर करहल के मतदाताओं ने सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को दमदार बढ़त दी।
मैनपुरी सदर विधानसभा सीट भाजपा के लिए काफी अहम थी। यहां से विधायक जयवीर सिंह योगी कैबिनेट में पर्यटन मंत्री हैं। ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर थी। हर बार शहर से तो भाजपा को अच्छा समर्थन मिलता रहा है, लेकिन ग्रामीण अंचल में साइकिल ही दौड़ती थी। लेकिन उपचुनाव के परिणामों ने इसे बदल दिया। जब मतगणना शुरू हुई तो प्रथम राउंड में ही सपा प्रत्याशी डिंपल यादव 1526 वोटों से आगे हो गईं। मैनपुरी सदर विधानसभा क्षेत्र से डिंपल यादव को इस बार 35982 वोट से लीड मिली, जिसने जीत के अंतर को और बढ़ा दिया।
लोधी और शाक्य बहुल भोगांव विधानसभा सीट हमेशा ही भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव में फायदेमंद रही है। इस क्षेत्र से खुद मुलायम सिंह यादव को भी कई बार भाजपा प्रत्याशी की अपेक्षा कम वोट हासिल हुए। लेकिन इस बार यहां की जनता का मन बदल गया। भाजपा से शाक्य प्रत्याशी होने के बाद भी साइकिल पर मतदाताओं ने खूब प्यार लुटाया। मतदाताओं ने यहां से भी डिंपल यादव को जीत दिलाई। भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह से डिंपल यादव को 25368 वोट अधिक मिले।