[ad_1]
दिल्ली-एनसीआर के आसपास क्षेत्र का पहला रोप-वे अब मथुरा के बरसाना में तैयार होने जा रहा है। इस रोप-वे पर 210 मीटर का सफर तय करते हुए श्रद्धालु राधारानी के दर्शन के लिए पहुंच सकेंगे। यह परियोजना दिसंबर में पूरी होने की संभावना है। अगले साल राधारानी के भक्तजन रोप-वे का सफर कर सकेंगे।
आठ साल पहले प्रदेश सरकार ने मथुरा को रोप-वे की सौगात दी थी। इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को मिली थी। ट्रिपल पी मॉडल पर इस योजना को अमली जाना पहनाने में कभी पेड़-पौधे बाधा बने तो कभी जमीन अधिग्रहण की समस्या सामने आई।
आखिरकार निर्धारित कंपनी मथुरा को छोड़कर विध्यांचल में रोप-वे तैयार करने में जुट गई। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद अब कंपनी ने एक बार फिर बरसाना में काम शुरू कर दिया है। कंपनी जमीन पर रोप-वे का स्टेशन तैयार कर चुकी है। यहां अब आठ पिलर की फुटिंग की जा रही है।
दिसंबर ने प्रोजेक्ट पूरा करने का दावा
प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता कौशलेंद्र चौधरी ने बताया कि बरसाना में रोप-वे का काम तेजी के साथ शुरू हो चुका है। दिसंबर में यह प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा। बरसाना रोप-वे के तहत 210 मीटर लंबा मार्ग तैयार होगा। इसमें छह ट्राली संचालित होंगी।
रोप-वे की ऊंचाई 48 मीटर निर्धारित की गई है। राधारानी मंदिर और जयपुर धर्मशाला के मध्य इसका स्टेशन बनाया जाएगा। इन दिनों प्रोजेक्ट के काम की निरंतर निगरानी की जा रही है, जिससे कार्य में किसी प्रकार का अवरोध पैदा न हो।
पर्यटन क्षेत्र को लगेंगे पंख
बरसाना में रोप-वे शुरू होने के बाद ब्रज में पर्यटन विकास की संभावनाओं को पंख लग जाएंगे। वर्तमान में बरसाना की लठामार होली और राधाष्टमी के आयोजन के लिए ही पर्यटकों को लुभाता है लेकिन रोप-वे बनने के बाद यहां धार्मिक पर्यटकों का आगमन निरंतर बने रहने की संभावना रहेगी।
पिछले कुछ सालों से मथुरा में बिहारी जी के दर्शन को सर्वाधिक लोग पहुंचते हैं। इसके बाद गोवर्धन में भक्तों की मौजूदगी मिलती है, लेकिन कोकलावन शनिधाम नया केंद्र उभर रहा है। इसी के निकट अब बरसाना में रोप-वे तैयार होने के बाद यह भीड़ यहां नजर आ सकती है।
मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नगेंद्र प्रताप ने बताया कि कुछ कारणों से बरसाना रोप-वे प्रोजेक्ट का काम रुक गया था, जिसे फिर से शुरू करा दिया गया है। कंपनी को दिसंबर में काम पूरा करने का लक्ष्य दिया है। नए साल पर इसका संचालन शुरू कराया जाएगा। यह प्रोजेक्ट दिल्ली राष्ट्रीय क्षेत्र से जुडे़ मैदानी राज्यों का यह एक मात्र रोप-वे होगा।
विस्तार
दिल्ली-एनसीआर के आसपास क्षेत्र का पहला रोप-वे अब मथुरा के बरसाना में तैयार होने जा रहा है। इस रोप-वे पर 210 मीटर का सफर तय करते हुए श्रद्धालु राधारानी के दर्शन के लिए पहुंच सकेंगे। यह परियोजना दिसंबर में पूरी होने की संभावना है। अगले साल राधारानी के भक्तजन रोप-वे का सफर कर सकेंगे।
आठ साल पहले प्रदेश सरकार ने मथुरा को रोप-वे की सौगात दी थी। इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को मिली थी। ट्रिपल पी मॉडल पर इस योजना को अमली जाना पहनाने में कभी पेड़-पौधे बाधा बने तो कभी जमीन अधिग्रहण की समस्या सामने आई।
आखिरकार निर्धारित कंपनी मथुरा को छोड़कर विध्यांचल में रोप-वे तैयार करने में जुट गई। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद अब कंपनी ने एक बार फिर बरसाना में काम शुरू कर दिया है। कंपनी जमीन पर रोप-वे का स्टेशन तैयार कर चुकी है। यहां अब आठ पिलर की फुटिंग की जा रही है।
[ad_2]
Source link