Prayagraj News : सीएवी इंटर कॉलेज से पीसीएस मेंस की परीक्षा देकर निकलते अभ्यर्थी। – फोटो : अमर उजाला।
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा के दूसरे दिन सामान्य अध्ययन का पेपर उत्तर प्रदेश पर केंद्रित रहा। यूपी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अभ्यर्थियों से सवाल पूछे गए। पहले प्रश्न पत्र में यूपी पर आधारित छह और दूसरे प्रश्नपत्र में दो सवाल आए। अपराह्न दो से शाम पांच बजे की पाली में हुए सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्नपत्र में सवाल पूछा गया, ‘उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याओं एवं सुधारों पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।’ एक सवाल था कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम के उद्देश्य का वर्णन करते हुए बताइए कि यह अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में कहां तक सफल है। दूसरे प्रश्नपत्र पॉलिटी, कॉन्टीट्यूशन, इंटरनेशनल रिलेशन और एडमिनिस्ट्रेेशन पर आधारित रहा।
वहीं, सुबह 9.30 से 12.30 बजे तक हुई सामान्य अध्ययन के पहले प्रश्नपत्र की परीक्षा में यूपी से जुड़े छह सवाल पूछे गए। उन्नीसवीं सदी में उत्तर प्रदेश में पुनर्जागरण के स्वरूप के बारे में सवाल आया। यह भी पूछा, ‘हेरिटेज आर्क’ क्या है? पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में इसके महत्व को रेखांकित कीजिए।’ इसके अलावा पूर्वी में यूपी में स्मार्ट सिटी मिशन, उत्तर प्रदेश की सिंचाई परियोजनाओं, उत्तर प्रदेश के त्योहारों और यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र में प्रचलित लोकगीतों के बारे में भी सवाल पूछे गए।
दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंकों के थे और प्रत्येक प्रश्नपत्र में 20 प्रश्न थे। खंड ‘अ’ से 10 प्रश्न लघुउत्तरीय थे, जिनके उत्तर 125-125 शब्दों में देने थे। वहीं, खंड ‘ब’ से 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर 200-200 शब्दों में देने थे। प्रतियोगी परीक्षाओं के विशेषज्ञ डॉ. कृष्ण सिंह ने बताया कि पेपर स्तरीय एवं संतुलित था। एक भावी पीसीएस अफसर से जो अपेक्षाएं होती हैं, उन्हें परखने के लिए पूछे गए प्रश्न काफी अच्छे थे।
दूसरे दिन 91 फीसदी रही उपस्थित पीसीएस मेंस के दूसरे दिन 90.76 फीसदी अभ्यर्थियों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। प्रयागराज, लखनऊ और गाजियाबाद के 13 केंद्रों में हुई परीक्षा के लिए कुल 5798 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 5362 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। प्रयागराज में अभ्यर्थियों की उपस्थित 91.08 फीसदी, गाजियाबाद में 88.12 फीसदी और लखनऊ में 91.44 फीसदी रही।
ये सवाल भी पूछे गए
– भगत सिंह द्वारा प्रतिपादित ‘क्रांतिकारी मिशन’ पर प्रकाश डालिए। – जातीय गठजोड़ धर्मनिरपेक्ष तथा राजनीतिक कारकों से उत्पन्न होते हैं न कि आदिम पहचान से। चर्चा कीजिए। – भारत में ग्रामीण अधिवासों के प्रतिरूप को प्रभावित करने करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए। – भारत में जनसंख्या विस्फोट के कारणों का उल्लेखन कीजिए तथा इस समस्य से निपटने के लिए सुझाव दीजिए। – गरीबी और भूख के मूल कारण क्या हैं? इनको दूर करने के लिए क्या सरकारी नीतियां लागू की गईं है़? – नीति निर्माण प्रक्रिया में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका की विवेचना कीजिए। – रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारणों की विवेचना कीजिए। -भारत-नेपाल के मध्य विवादास्पद मामले कौन से हैं, इसकी विवेचना कीजिए। – भारत का राष्ट्रपति कैसे निर्वाचित होता है? – भारत में ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ की अवधारणा की अपनी संभावनाएं एवं सीमाएं हैं, परीक्षण कीजिए।
पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा के दूसरे दिन सामान्य अध्ययन का पेपर उत्तर प्रदेश पर केंद्रित रहा। यूपी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अभ्यर्थियों से सवाल पूछे गए। पहले प्रश्न पत्र में यूपी पर आधारित छह और दूसरे प्रश्नपत्र में दो सवाल आए। अपराह्न दो से शाम पांच बजे की पाली में हुए सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्नपत्र में सवाल पूछा गया, ‘उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याओं एवं सुधारों पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।’ एक सवाल था कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम के उद्देश्य का वर्णन करते हुए बताइए कि यह अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में कहां तक सफल है। दूसरे प्रश्नपत्र पॉलिटी, कॉन्टीट्यूशन, इंटरनेशनल रिलेशन और एडमिनिस्ट्रेेशन पर आधारित रहा।
वहीं, सुबह 9.30 से 12.30 बजे तक हुई सामान्य अध्ययन के पहले प्रश्नपत्र की परीक्षा में यूपी से जुड़े छह सवाल पूछे गए। उन्नीसवीं सदी में उत्तर प्रदेश में पुनर्जागरण के स्वरूप के बारे में सवाल आया। यह भी पूछा, ‘हेरिटेज आर्क’ क्या है? पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में इसके महत्व को रेखांकित कीजिए।’ इसके अलावा पूर्वी में यूपी में स्मार्ट सिटी मिशन, उत्तर प्रदेश की सिंचाई परियोजनाओं, उत्तर प्रदेश के त्योहारों और यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र में प्रचलित लोकगीतों के बारे में भी सवाल पूछे गए।
दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंकों के थे और प्रत्येक प्रश्नपत्र में 20 प्रश्न थे। खंड ‘अ’ से 10 प्रश्न लघुउत्तरीय थे, जिनके उत्तर 125-125 शब्दों में देने थे। वहीं, खंड ‘ब’ से 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर 200-200 शब्दों में देने थे। प्रतियोगी परीक्षाओं के विशेषज्ञ डॉ. कृष्ण सिंह ने बताया कि पेपर स्तरीय एवं संतुलित था। एक भावी पीसीएस अफसर से जो अपेक्षाएं होती हैं, उन्हें परखने के लिए पूछे गए प्रश्न काफी अच्छे थे।