मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को दो दिवसीय दौर पर वाराणसी पहुंचे। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रखकर तैयारियों के बाबत अधिकारियों से फीडबैक लिया। पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित और शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं की सूची फाइनल की। मुख्यमंत्री 4:40 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे। यहां से सीधे वे करखियावं स्थित फल और सब्जियों के निर्यात के लिए बने एकीकृत पैक हाउस का निरीक्षण करने चले गए। यहां उन्होंने कोल्ड स्टोरेज और सब्जियों की छंटाई के लिए लगे मशीनों को देखा।
मशीनों की बेहतर पॉलिश करने और ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने को कहा। सीएम आगमन के कारण वाराणसी जौनपुर मार्ग 15 मिनट के लिए बंद रहा। एपीडा के निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने कमियों को दूर कराने की जिम्मेदारी मुख्य अभियंता को दी। वहां से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। देर रात भुल्लनपुर पीएसी में नवनिर्मित भवन पिनाक मंडपम का निरीक्षण करने पहुंचे ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में वाराणसी के जनप्रतिनियों और अफसरों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में 1450 करोड़ की 25 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होना है। मुख्यमंत्री ने इन सभी परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं के लिए आवश्यक सूचनाओं से जुड़े दिशा सूचक साइनेज लगाने को कहा। अन्य भाषाओं में प्रदर्शित होने वाली सूचनाओं का डिस्प्ले बोर्ड लगाएं। काशी विश्वनाथ धाम में लगने वाले पुलिस कर्मियों की काउंसलिंग कराएं।
नगर निगम के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से भ्रमण करें और समस्याओं का उसी दिन समाधान करें। जिन स्थानों से अतिक्रमण हटाया जाए, यह सुनिश्चित कराया जाए कि उन स्थानों पर दोबारा अतिक्रमण न होने पाए। प्रयागराज की तर्ज पर प्रत्येक घाट पर नौकाओं के रेट निर्धारित करने को कहा। गंगा में गहरे स्थानों पर साइनेज लगाने को कहा।
सीएम ने कहा कि विकास एवं निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ हर हाल में समय से पूरा कराएं। किसी कार्य में लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएं। आरोग्य मेला में स्वास्थ्य विभाग के समस्त योजनाओं का विस्तार से शिविर लगाए जाएं। इसका प्रचार प्रसार हो। एनएचआई की सड़क गंदी होने पर नाराजगी जताई। इसकी नियमित सफाई कराने को कहा। अस्सी नदी के पुनरूद्धार के ठोस प्लान बनाने को कहा।