लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून 2024) से शूरू किया गया ’’एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के अंतर्गत पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय उप्र सरकार ने इस अभियान को चलाये जाने के दिशा निर्देश दिये हैं। इसके तहत माँ के नाम पर एक पेड़ लगाना और एक स्थाई स्मृति बनाना है। यह अभियान 5 जून से 30 सितम्बर तक चलने के लिए निर्धारित किया गया था। इसी उपलक्ष्य में सोमवार को केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग ने अपने ग्रीन जोन में सभी चिकित्सकों एवं हेल्थ केयर वकर्स के साथ मिलकर 100 से अधिक पौधे लगाये।
मां जन्म देती है और पेड़ देते हैं साँसें: सूर्यकान्त
रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. सूर्यकान्त ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य देश भर में हरित आवरण को बढ़ाना है, साथ ही जलवायु परिवर्तन जैसी गम्भीर चुनौतियों का सामना करने में मदद करना है। डा. सूर्यकान्त ने कहा जैसे माँ हमें जन्म देती है वैसे ही पेड़ हमें प्रतिदिन 500 लीटर ऑक्सीजन देते हैं, इसीलिए सांसों को देने वाले इन वृक्षों का संरक्षण जरुरी है। उन्होने हर परिवार को इस अभियान से जुड़ने एवं पौधा रोपण करने के लिए प्रेरित किया। डा. सूर्यकान्त ने कहा पेड़ लगाने के बाद उसका रखरखाव भी सुनिश्चित करना अनिवार्य है।
इस अभियान का शुभारम्भ नेशनल कोर कमिटी, डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन, इंडिया के सदस्य डा. सूर्यकान्त ने पौधा रोपण कर किया। इस अवसर पर रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डा. एस के वर्मा, डा. आर ए एस कुशवाहा, डा. संतोष कुमार, डा. राजीव गर्ग, डा. दर्शन कुमार बजाज, डा. आनन्द श्रीवास्तव, डा. ज्योति बाजपेई, डा. अंकित कुमार तथा विभाग के समस्त सीनियर एवं जूनियर रेजिडेन्टस व अन्य सभी स्वास्थ्य कर्मी शामिल होकर इस अभियान को सफल बनाया।