पीलीभीत के न्यूरिया क्षेत्र के औरेया गांव में एक ही घर के तीन सदस्यों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। गांव ओरैया निवासी अजय कुमार, पत्नी सरोज कुमारी, बहन सुमन देवी (18) और आठ माह के बेटे मनीष के साथ ग्राम भमोरा में रामलीला मेला देखने गए थे। बृहस्पतिवार की रात करीब 12ः30 बजे मेला देखने के बाद चारों लोग बाइक से घर लौट रहे थे। टनकपुर हाईवे पर जनकपुरी चौराहे के समीप से भूसा भरे ट्रक ने सामने से बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में अजय कुमार, उनकी पत्नी सरोज और बहन सुमन देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मासूम मनीष गंभीर रूप से घायल हो गया।
अजय कुमार राजस्थान में ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करता था। वह वहां पत्नी और बच्चे के साथ रहता था। छोटी बहन सुमन देवी का विवाह तय हो गया था। 17 नवंबर को बहन की सगाई थी। सगाई से दो दिन पहले ही अजय अपनी पत्नी व बच्चे के साथ राजस्थान से घर आया था। धूमधाम से बहन की सगाई की। मां धनदेई और पिता रामचंद्र व भाई सभी खुश थे। सुमन की शादी बरेली के बहेड़ी कस्बा निवासी युवक से तय हुई थी। चार महीने बाद 19 अप्रैल को बारात जानी थी। बृहस्पतिवार की रात हादसे के बाद सब कुछ बदल गया। शादी की खुशियों को ग्रहण लग गया।
जाको राखे साईंया मार सके ना कोय, यह कहावत शुक्रवार की रात सच साबित हो गई। बाइक पर चार लोग सवार थे, जिसमें तीन की मौके पर ही मौत हो गई। सड़क व आसपास झाड़ियों में उनके शव पड़े थे, जबकि आठ महीने का मासूम मनीष बच गया। उसको चोटें तो आई हैं, लेकिन वह खतरे से बाहर है। बताया जा रहा है कि मनीष मां की गोद में था। ट्रक की बाइक से टक्कर होने के बाद वह मां की गोद से उछलकर झाड़ियों में जा गिरा। हादसे के बाद जब लोग इकट्ठा हुए तब उन्हें किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। तब झाड़ियों से बच्चे को उठाया गया।
घटना के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। तभी पीछे आ रहे भूसे से भरे ट्रक को ग्रामीणों ने रोक लिया और सख्ती से पूछताछ की। ट्रक चालक ने आरोपी ट्रक चालक का नाम और ट्रक नंबर बताया। इसके बाद पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी ट्रक चालक व ट्रक को पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक दोनों ट्रक एक ही मालिक के हैं। दोनों ट्रक आगे-पीछे चल रहे थे।