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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विकास की इबारत लिखने वाली ग्राम पंचायतों को अब सम्मान भी मिलेगा। इस योजना से जहां ग्रामीणों में विकास के प्रति लगन बढ़ेगी, वहीं एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ भी ग्राम पंचायतों में रहेगी। बाकायदा, ग्राम पंचायतों को अंक देकर सम्मान के लिए चयनित किया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत पुरस्कार मिलेगा। इसको लेकर शासन ने ऑनलाइन आवेदन भी मांगे हैं।
प्रदेश में सर्वप्रथम सहारनपुर ही ओडीएफ मुक्त हुआ था
दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के प्रथम से तृतीय चरण तक ग्राम पंचायतों में कई कार्य हुए हैं। जिले में 11 विकासखंड की 884 ग्राम पंचायतें हैं, जो तीन साल पहले ओडीएफ (खुले में शौच) मुक्त घोषित हो चुकी हैं। खास बात यह है कि प्रदेश में सबसे पहले सहारनपुर मंडल ही खुले में शौच मुक्त घोषित हुआ था। जनपद में 2.20 लाख शौचालय बनाए गए थे। इसके तरल और ठोस कचरे के प्रबंधन के इंतजाम भी किए जा रहे हैं और ग्राम पंचायतों को पॉलिथीन मुक्त बनाने की मुहिम चलाई गई। इसी क्रम में ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय, ग्राम सचिवालय बनाए गए हैं।
चकवाली और कलसिया बनाएंगे सीएनजी और बायोगैस
इसके अलावा जल और स्वच्छता को लेकर गांवों की गलियों के चौराहों की दीवारों पर पेंटिंग भी की गई। गोबर धन योजना के तहत सीएनजी और बायोगैस बनाने की योजना है। इसके लिए गांव चकवाली और कलसिया का चयन हो चुका है।
इसी तरह कई विकास कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों अब सम्मान दिया जाएगा। इसको लेकर शासन ने 15 अगस्त तक ग्राम पंचायत पोर्टल पर आवेदन भी मांगे हैं। उल्लेखनीय कार्य करने वाली ग्राम पंचायत के प्रधान, ग्राम सचिव और विकास में विभाग का सहयोग करने वाले ग्रामीणों को भी सम्मानित किया जाएगा।
इन बिंदुओं पर मिलेंगे दस-दस अंक
- गरीबी मुक्त हुई ग्राम पंचायत
- स्वस्थ और साफ ग्राम पंचायत
- बाल मैत्री ग्राम पंचायत
- पर्याप्त जल युक्त ग्राम पंचायत
- पौधरोपण में अव्वल गांव
- आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाली ग्राम पंचायत
- सामाजिक रूप से सुरक्षित और सुशासन वाली ग्राम पंचायत
- महिला हितैषी ग्राम पंचायत
- नवीन तालाब और सुंदरीकरण करने वाली ग्राम पंचायत
यह अधिकारी चयन के बाद देंगे नंबर
ग्राम पंचायत को सम्मानित करने के लिए सात सदस्यों की टीम बनाई गई है, जिसमें जिलाधिकारी अध्यक्ष, मुख्य विकास अधिकारी उपाध्यक्ष, जिला पंचायत राज अधिकारी सदस्य सचिव, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी और अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत सदस्य रहेंगे, जो आवेदन के बाद ग्राम पंचायत को प्रत्येक बिंदु पर दस-दस नंबर देने के बाद सम्मान के लिए चयनित करेंगे। इनमें टॉप-10 ग्राम पंचायतों के नाम शासन को भी भेजे जाएंगे।
ग्राम पंचायतों को अंकों के आधार पर चयनित किया जाएगा। इसके बाद इनको शासन और प्रशासन स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इसको लेकर शासन ने हमारी ग्राम पंचायत पोर्टल पर 15 अगस्त तक आवेदन भी मांगे हैं।-आलोक शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी।
विस्तार
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विकास की इबारत लिखने वाली ग्राम पंचायतों को अब सम्मान भी मिलेगा। इस योजना से जहां ग्रामीणों में विकास के प्रति लगन बढ़ेगी, वहीं एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ भी ग्राम पंचायतों में रहेगी। बाकायदा, ग्राम पंचायतों को अंक देकर सम्मान के लिए चयनित किया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत पुरस्कार मिलेगा। इसको लेकर शासन ने ऑनलाइन आवेदन भी मांगे हैं।
प्रदेश में सर्वप्रथम सहारनपुर ही ओडीएफ मुक्त हुआ था
दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के प्रथम से तृतीय चरण तक ग्राम पंचायतों में कई कार्य हुए हैं। जिले में 11 विकासखंड की 884 ग्राम पंचायतें हैं, जो तीन साल पहले ओडीएफ (खुले में शौच) मुक्त घोषित हो चुकी हैं। खास बात यह है कि प्रदेश में सबसे पहले सहारनपुर मंडल ही खुले में शौच मुक्त घोषित हुआ था। जनपद में 2.20 लाख शौचालय बनाए गए थे। इसके तरल और ठोस कचरे के प्रबंधन के इंतजाम भी किए जा रहे हैं और ग्राम पंचायतों को पॉलिथीन मुक्त बनाने की मुहिम चलाई गई। इसी क्रम में ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय, ग्राम सचिवालय बनाए गए हैं।
चकवाली और कलसिया बनाएंगे सीएनजी और बायोगैस
इसके अलावा जल और स्वच्छता को लेकर गांवों की गलियों के चौराहों की दीवारों पर पेंटिंग भी की गई। गोबर धन योजना के तहत सीएनजी और बायोगैस बनाने की योजना है। इसके लिए गांव चकवाली और कलसिया का चयन हो चुका है।
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