Unnao News: आत्मदाह करने वाले युवक के दो भाइयों की तबीयत बिगड़ी

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सफीपुर। मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह करने वाले आनंद मिश्र के अंंतिम संस्कार के बाद, बुधवार को उसके दो भाइयों की तबीयत बिगड़ गई। दोनों का पहले से इलाज चल रहा है। मृतक के बड़े भाई को लिवर में दिक्कत होने पर पीजीआई और छोटे को मानसिक उलझने बढ़ने पर कानपुर ले जाया गया है। उधर बुधवार सुबह गांव से पुलिस भी हटा दी गई। परेंदा गांव में सन्नाटा पसरा रहा।

एसपी के नंबर पर फोन कर सफीपुर विधायक को गोली मारने की धमकी देने वाले आनंद मिश्रा उर्फ रामसेवक के आत्मदाह के प्रयास के बाद 30 अप्रैल की रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सोमवार को परिजन शव लेकर घर आए थे। पहले वह विधायक के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने पर अड़े रहे। बाद में जिला प्रशासन से पांच मांगे रखी थीं। जिस पर अधिकारी राजी हुए थे और मंगलवार को परियर घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया था। बुधवार सुबह ही गांव से पुलिस का पहरा भी हटा लिया गया। पहले से बीमार चल रहे मृतक के बड़े भाई मनोज को किडनी में और मारपीट में घायल हुए छोटे भाई गोलू का मनोचिकित्सक के यहां पहले से इलाज चल रहा है। परिजन मनोज को पीजीआई और गोलू को कानपुर इलाज के लिए लेकर गए हैं।

इन मांगों पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए थे परिजन

एडीएम नरेंद्र सिंह से परिजनों ने चारों भाइयों को दो-दो बीघा जमीन, अंत्योदय राशनकार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास मिलने के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। इसमें आरोपियों पर रिपोर्ट तो दर्ज हो गई। लेकिन अन्य कोई भी मांग दूसरे दिन पूरी नहीं हुई। आयुष्मान कार्ड बनाने पर मियागंज सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि अधिकारिक कोई सूचना नहीं है, फिर भी कर्मचारी को भेजकर कार्ड बनवाया जाएगा। वहीं चारों भाइयों को दो-दो बीघा जमीन देने की मांग पर एसडीएम देवेंद्र वर्मा ने बताया कि कार्यवाही चल रही है। आचार संहिता खत्म होते ही जमीन दी जाएगी। लेखपाल से ग्राम पंचायत की खाली जमीन की जानकारी देेने को कहा गया है।

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परिवार का हाल जानने कोई प्रतिनिधि न पहुंचने से नाराज परिजन

मृतक आनंद के बड़े भाई गुड्डू ने कहा कि परिवार भाजपा समर्थित था। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में परिवार ने पार्टी के पक्ष में मतदान किया था। प्रकरण के शुरू होने से लेकर अंतिम संस्कार हो जाने के बाद तक भाजपा या फिर किसी अन्य दल का कोई पदाधिकारी हाल जानने नहीं पहुंचा।

भाई के विवाह में आने की थी तमन्ना

पंजाब में रहने वाली मृतक आनंद मिश्रा की बहन रानी ने फोन पर बात कर बताया कि छह महीने पहले भाई आनंद को देखा था। सोचा था कि आनंद का विवाह होगा तो उसी में शामिल होने आऊंगी। पिता रामसेवक की बीस साल पहले और मां बाला देवी की 15 साल पहले मौत हो गई थी। आनंद और गोलू छोटे थे। दोनों को बड़े लाड़ प्यार से पाला था। जब उसका खाने कमाने का समय था वह विवादों में घिरकर जिंदगी से हाथ धो बैठा।

नामजद आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी

मृतक आंनद के छोटे भाई गोलू उर्फ लवकुश के साथ साल 2021 में हुई मारपीट के मामले में मंगलवार को राजू की तहरीर पर पड़ोसी मुन्नू कोरी, उत्तम कुमार और शिवप्रसाद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वे गांव से फरार हैं।

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