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बांगरमऊ। घर से आलू की फसल की सिंचाई करने के लिए निकले श्रमिक का शव दूसरे दिन पड़ोसी गांव के निकट एक गुमटी के पास पड़ा मिला। तलाशी में उसके पास शराब की दो बोतलें मिलीं। इसमें एक खाली और दूसरी भरी थी।
गांव नसीरपुर भिक्खन निवासी रामबली (37) मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। सोमवार सुबह घर से गांव के ही मंगल यादव के खेत में आलू की सिंचाई करने की बात कहकर घर से गया था। सिंचाई की, लेकिन घर नहीं लौटा। परिजन तलाश कर रहे थे। कहीं पता नहीं लगा।
मंगलवार सुबह पड़ोस के गांव करीमुद्दीनपुर के निकट एक गुमटी के पास उसका शव ग्रामीणों ने देखा। भाई रामलाल शव देख बिलख पड़ा। भाई ने बताया कि वह मजदूरी करता था। शराब का लती था। उसका विवाह नहीं हुआ था। माता पिता की मौत के बाद सभी भाई अलग-अलग रहते थे। कोतवाल ओपी राय ने बताया कि परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाया है।
बांगरमऊ। घर से आलू की फसल की सिंचाई करने के लिए निकले श्रमिक का शव दूसरे दिन पड़ोसी गांव के निकट एक गुमटी के पास पड़ा मिला। तलाशी में उसके पास शराब की दो बोतलें मिलीं। इसमें एक खाली और दूसरी भरी थी।
गांव नसीरपुर भिक्खन निवासी रामबली (37) मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। सोमवार सुबह घर से गांव के ही मंगल यादव के खेत में आलू की सिंचाई करने की बात कहकर घर से गया था। सिंचाई की, लेकिन घर नहीं लौटा। परिजन तलाश कर रहे थे। कहीं पता नहीं लगा।
मंगलवार सुबह पड़ोस के गांव करीमुद्दीनपुर के निकट एक गुमटी के पास उसका शव ग्रामीणों ने देखा। भाई रामलाल शव देख बिलख पड़ा। भाई ने बताया कि वह मजदूरी करता था। शराब का लती था। उसका विवाह नहीं हुआ था। माता पिता की मौत के बाद सभी भाई अलग-अलग रहते थे। कोतवाल ओपी राय ने बताया कि परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाया है।
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