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गंजमुरादाबाद (उन्नाव)। बांगरमऊ कोतवाली के गहरपुरवा गांव के सामने अवैध कट से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर चढ़े साइकिल सवार चाचा-भतीजे की कार की टक्कर से मौत हो गई। वहीं, आगरा जिला निवासी कार सवार तीन युवक घायल हो गए हैं। घायलों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
बांगरमऊ कोतवाली के गहरपुरवा गांव निवासी मिजाजी लाल निषाद की बेटी रूबी की शादी है। विवाह में कानपुर देहात के अरौल कस्बा निवासी दो रिश्तेदारों को आना था। मिजाजी लाल ने रिश्तेदारों को लेने के लिए पड़ोसी शिवपाल निषाद (50) और उसके भतीजे संजय निषाद (18) को अलग-अलग साइकिलों से भेजा था।
गांव से करीब अरौल कस्बे की दूरी चार किमी है। चाचा-भतीजे अलग-अलग साइकिल लेकर निकले थे। गांव के बाहर तार की बाड़ तोड़कर बनाए गए अवैध कट से निकल कर गलत लेन पर अरौल कस्बा जा रहे थे। इसी दौरान लखनऊ से आगरा जा रही कार ने दोनों को कुचल दिया।
चाचा-भतीजे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, अनियं त्रित हुई कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई और कार में सवार आगरा के सिकंदरा निवासी प्रमोद कुमार (50) छोटा भाई भूपेश सिंह (39) और राजीव नगर सिकंदरा निवासी सुरेशचंद्र बघेल (36) गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर यूपीडा की रेस्क्यू टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को बांगरमऊ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां से तीनों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। कोतवाल ओपीराय ने बताया कि हादसे में मृत चाचा-भतीजे दो अलग-अलग साइकिलों से गलत लेन में थे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। घायलों के परिजनों को हादसे की सूचना दी गई है।
चाचा-भतीजे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। पड़ोसी मिजाजी लाल के घर में भी बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। मंगल गीतों की जगह चीख पुकार मच गई। मृतक संजय के पिता सुंदर ने बताया कि संजय चार भाई बहनों में दूसरे नंबर का था। खेती में हाथ बंटाता था। अभी उसका विवाह नहीं हुआ थ। मृतक शिवपाल भी किसान था। पत्नी विमला और बच्चो का रो-रोकर बुराहाल है। छह बेटी और एक बेटा है। इसमें तीन बेटियों की शादी हो चुकी है।
हादसे के कुछ देर बाद ही मियाजीलाल की बेटी की बरात भी आ गई। हादसे की जानकारी होने पर बरातियों में भी मायूसी छा गई। दोनों पत्र बिना अगवानी और आतिशबाजी के साधारण तरीके से विवाह की रस्में निभाने की बात कह रहे हैं। हालांकि पड़ोसी के घर मातम के चलते रात दस बजे तक वर और वधू पत्र के लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे।
गंजमुरादाबाद (उन्नाव)। बांगरमऊ कोतवाली के गहरपुरवा गांव के सामने अवैध कट से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर चढ़े साइकिल सवार चाचा-भतीजे की कार की टक्कर से मौत हो गई। वहीं, आगरा जिला निवासी कार सवार तीन युवक घायल हो गए हैं। घायलों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
बांगरमऊ कोतवाली के गहरपुरवा गांव निवासी मिजाजी लाल निषाद की बेटी रूबी की शादी है। विवाह में कानपुर देहात के अरौल कस्बा निवासी दो रिश्तेदारों को आना था। मिजाजी लाल ने रिश्तेदारों को लेने के लिए पड़ोसी शिवपाल निषाद (50) और उसके भतीजे संजय निषाद (18) को अलग-अलग साइकिलों से भेजा था।
गांव से करीब अरौल कस्बे की दूरी चार किमी है। चाचा-भतीजे अलग-अलग साइकिल लेकर निकले थे। गांव के बाहर तार की बाड़ तोड़कर बनाए गए अवैध कट से निकल कर गलत लेन पर अरौल कस्बा जा रहे थे। इसी दौरान लखनऊ से आगरा जा रही कार ने दोनों को कुचल दिया।
चाचा-भतीजे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, अनियं त्रित हुई कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई और कार में सवार आगरा के सिकंदरा निवासी प्रमोद कुमार (50) छोटा भाई भूपेश सिंह (39) और राजीव नगर सिकंदरा निवासी सुरेशचंद्र बघेल (36) गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर यूपीडा की रेस्क्यू टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को बांगरमऊ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां से तीनों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। कोतवाल ओपीराय ने बताया कि हादसे में मृत चाचा-भतीजे दो अलग-अलग साइकिलों से गलत लेन में थे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। घायलों के परिजनों को हादसे की सूचना दी गई है।
चाचा-भतीजे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। पड़ोसी मिजाजी लाल के घर में भी बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। मंगल गीतों की जगह चीख पुकार मच गई। मृतक संजय के पिता सुंदर ने बताया कि संजय चार भाई बहनों में दूसरे नंबर का था। खेती में हाथ बंटाता था। अभी उसका विवाह नहीं हुआ थ। मृतक शिवपाल भी किसान था। पत्नी विमला और बच्चो का रो-रोकर बुराहाल है। छह बेटी और एक बेटा है। इसमें तीन बेटियों की शादी हो चुकी है।
हादसे के कुछ देर बाद ही मियाजीलाल की बेटी की बरात भी आ गई। हादसे की जानकारी होने पर बरातियों में भी मायूसी छा गई। दोनों पत्र बिना अगवानी और आतिशबाजी के साधारण तरीके से विवाह की रस्में निभाने की बात कह रहे हैं। हालांकि पड़ोसी के घर मातम के चलते रात दस बजे तक वर और वधू पत्र के लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे।
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