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उन्नाव। पवई आवास बनाने के दौरान पड़ोसी ने बुजुर्ग पैतृक मकान की पुरानी दीवार को काट कर अपनी दीवार बनाने लगा। सूचना पर पहुंचे बुजुर्ग ने विरोध किया तो पड़ोसियों ने धमकाया और गाली गलौज करने लगे। इससे आहत होकर पीड़ित ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। घटना से हड़कंप मच गया और पड़ोसी व मजदूर भाग निकले। लोगों ने आग बुझाई, ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया। झुलसे बुजुर्ग को देर शाम कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया।
माखी थानाक्षेत्र के पवई गांव निवासी विजयशंकर अग्निहोत्री (58) शहर के सिविल लाइन में बने मकान में परिवार के साथ रहते हैं। गांव में उनका पैतृक घर और खेती है। उन्होंने बताया कि पड़ोसी रमेश उर्फ राजन की पत्नी सावित्री के नाम पर सरकारी आवास स्वीकृत हुआ है। आरोप है कि पड़ोसी उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर पांच अप्रैल को माखी थाने में तहरीर दी थी, पुलिस पहुंची और जांच की औपचारिकता पूरी कर लौट गई। बुधवार को पड़ोसी उनके मकान की दीवार को काट अपनी दीवार का निर्माण करा रहे थे। इसकी जानकारी होने पर वह गांव पहुंचे और विरोध किया। पुलिस को फोन कर जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने की सूचना दी। इसी दौरान पड़ोसी, परिवार की महिलाओं को आगे कर गलौज करने लगे। इससे आहत होकर उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। उन्होंने बताया कि करीब बीस साल से पड़ोसी कभी उनके खेत की मेड़ काट देता है तो कभी घर के बाहर की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है। तमाम शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। इससे परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
सफीपुर सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने जिला अस्पताल पहुंचकर विजय शंकर के बयान दर्ज किए। सीओ ने बताया कि इस मामले में नौ अप्रैल को ग्राम प्रधान व अन्य लोगों की मौजूदगी में समझौता हुआ था। बुधवार को पहुंचे विजय शंकर ने समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। जिस पर कहासुनी होने लगी। तभी उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया। बताया कि जमीन पर कब्जा करने वालों को थाने ले जाकर पूछताछ की जा रही है। पीड़ित तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश थानाध्यक्ष को दिए हैं।
अपनी जमीन पर निर्माण होते देख विजय अग्निहोत्री ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी। लेकिन काफी देर तक पुलिस नहीं पहुंची। उधर पड़ोसी गाली गलौज करते हुए देख तेजी से दीवार का निर्माण कराने लगे। असहाय विजय ने आत्मदाह का फैसला ले लिया। उन्होंने बताया कि इससे पहले पड़ोसी उनके पिता जी से जीवन भर लड़ते और परेशान करते रहे। अब उन्हें परेशान कर रहे हैं। आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती। इससे अब वह ऊब चुके हैं।
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