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उन्नाव। लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर ट्रेन की चपेट में आने से श्रमिक की मौत हो गई।
बीघापुर थानाक्षेत्र के सरसो गांव निवासी अखिलेश (20) गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के श्रीनगर मोहल्ला निवासी बहनोई संदीप के घर पर रहता था। वह बंथर स्थित औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्टरी में काम करता था। बहनोई संदीप ने बताया कि रोजाना की तरह शनिवार सुबह भी वह साइकिल लेकर ड्यूटी जाने के लिए निकला था। लेकिन रात आठ बजे तक घर नहीं लौटा। घर न लौटने पर उसकी तलाश शुरू की। करोवन रेलवे क्रासिंग के पास से घायल अवस्था में युवक को भर्ती कराया गया था। लेकिन उसकी मौत हो गई। मृतक चार भाई बहनों में सबसे छोटा व अविवाहित था। उसकी मौत पर मां सुनीता, बहनों में सोनी, गुड़िया व बड़े भाई दुर्गेश बेहाल हैं।
कोतवाल राजेश पाठक ने बताया कि रेलवे क्रासिंग के पास युवक घायल अवस्था में पड़ा मिला था। इलाज के लिए कानपुर ले जाते समय मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों का कोई आरोप नहीं है।
उन्नाव। लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर ट्रेन की चपेट में आने से श्रमिक की मौत हो गई।
बीघापुर थानाक्षेत्र के सरसो गांव निवासी अखिलेश (20) गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के श्रीनगर मोहल्ला निवासी बहनोई संदीप के घर पर रहता था। वह बंथर स्थित औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्टरी में काम करता था। बहनोई संदीप ने बताया कि रोजाना की तरह शनिवार सुबह भी वह साइकिल लेकर ड्यूटी जाने के लिए निकला था। लेकिन रात आठ बजे तक घर नहीं लौटा। घर न लौटने पर उसकी तलाश शुरू की। करोवन रेलवे क्रासिंग के पास से घायल अवस्था में युवक को भर्ती कराया गया था। लेकिन उसकी मौत हो गई। मृतक चार भाई बहनों में सबसे छोटा व अविवाहित था। उसकी मौत पर मां सुनीता, बहनों में सोनी, गुड़िया व बड़े भाई दुर्गेश बेहाल हैं।
कोतवाल राजेश पाठक ने बताया कि रेलवे क्रासिंग के पास युवक घायल अवस्था में पड़ा मिला था। इलाज के लिए कानपुर ले जाते समय मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों का कोई आरोप नहीं है।
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