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उन्नाव। गर्मी बढ़ने के साथ ही जिला अस्पताल में डायरिया मरीजों की संख्या बढ़ी है। उल्टी दस्त के रोजाना 80 से 90 मरीज पहुंच रहे हैं। शनिवार और रविवार को इमरजेंसी वार्ड मेें भाई बहन सहित 12 मरीज भर्ती हुए। छह दिन के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो ओपीडी में दिखाने 300 से अधिक मरीज पहुंचे। जिसमें 95 मरीजों के भर्ती किया गया।
तेज धूप के साथ गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। खानपान गलत होते ही वह उल्टी दस्त का शिकार हो रहे हैं। बुजुर्ग, नौजवानों के साथ सबसे अधिक इसकी चपेट में बच्चे आ रहे हैं। मौजूदा समय में जिला अस्पताल की ओपीडी में बाल रोग विशेषज्ञ के पास रोजना 80-90 बच्चे पहुंच रहे हैं। रविवार को ओपीडी बंद होने से इमरजेंसी वार्ड में बलवंतखेड़ा के सुभाष का पुत्र विष्णु (1), बड़ौरा गंगाप्रसाद का पुत्र सिद्धार्थ (8), बेटी रिया (5), रायपुर के मो. नफीस का पुत्र अरशद (डेढ़ साल), पवई गांव की अश्वनी की बेटी छवी (5), हिंदूखेड़ा की भानुप्रताप की बेटी अन्वी (1), बेनीगंज के मुकेश का पुत्र रिषभ (डेढ़ साल), अजगैन निवासी आशा (28), हिलौली के नरेश (32), तकीनगर की विमला (65), आदर्श नगर के मनोज कुमार का पुत्र कृष्णा (14), अचलगंज के कुलदीप का बेटा कार्तिक (आठ माह), पीडीनगर के वीरेंद्र का सनी (सात माह), सफीपुर के करन के बेटे कार्तिक (सात माह) को भर्ती कराया गया।
छह दिनों में भर्ती 95 मरीज
11 अप्रैल-17
12 अप्रैल-16
13 अप्रैल-21
14 अप्रैल-25
15 अप्रैल-9
16 अप्रैल-7
डायरिया से बचाव के उपाय
– तली भुनी चीजों से परहेज करें।
– चिकने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
– धूप से बचे, बासी भोजन न करें, ताजा पानी पिएं।
डॉक्टर की सलाह
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों को साफ पानी पिलाएं। इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। बाहर के खाने से परहेज करें। कोई समस्या होने पर तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
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