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संवाद न्यूज एजेसी
उन्नाव। कभी बारिश तो कभी तेज तपिश हो रही है। मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच संक्रामक रोगों का हमला और तेज हो गया है। डयारिया, बुखार, जुकाम, पेट दर्ज के मरीज बढ़े हैं। इनमें बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। जिला अस्पताल में सभी बेड फुल हो चुके हैं। बीते पांच दिन में डायरिया पीड़ित 64 मरीज भर्ती हुए हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में काफी भीड़ रही। 1395 लोगों ने पर्चा बनवाया और ओपीडी में डॉक्टरों को दिखाया। इनमें 234 बाल रोगी शामिल रहे।
मौसम बदलने से तपिश कम हुई। लेकिन बूंदाबांदी होने से उमस ने परेशान किया है। इससे संक्रामक रोगियों की संख्या बढ़ी है। सबसे ज्यादा रोगी डायरिया और बुखार के आ रहे हैं। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में काफी भीड़ रही। इनमें बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजकुमार और डॉ. आर के रमन ने 234 बच्चों को देखा। चिकित्सकों का कहना है कि संक्रमण बढ़ने और दूषित खान-पान इसकी बढ़ी वजह है। बच्चे डायरिया और डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.बृजकुमार ने बताया मौजूदा समय में सफाई और ताजा खानपान जरूरी है। साफ पानी, ताजा भोजन करें, बच्चों की दूध की बोतल खौलते पानी में डालकर साफ करेंगे। फास्ट फूड, बाजार में बिक रहे कटे फलों का सेवन न करें।
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डायरिया के लक्षण
बार-बार बुखार आना, शरीर में पानी की कमी होना, बच्चों को भूख न लगना, पानी जैसे दस्त आना, पेट में ऐंठन होना, उल्टी आना
पांच दिन में भर्ती हुए मरीज
25 मई को 9 मरीज
26 मई 15
27 मई 14
28 मई 18
29 मई 08
ओपीडी में करना पड़ा इंतजार
जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को मरीजों की भीड़ रही। पर्चा काउंटर से लेकर दवा वितरण कक्ष तक लाइन लगी रही। डॉक्टर को दिखाने के लिए मरीजों को अपनी बारी का घंटों इंतजार करना पड़ा।
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