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संवाद न्यूज एजेंसी
सोनिक। रेलवे केबिन के पीछे झाडिय़ों में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। हवा तेज होने से आग की लपटें उठने लगीं। इस पर रेलवे अधिकारियों ने दमकल को सूचना देने के साथ ही पीछे आ रही ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों व आउटरों पर रोक दिया गया। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल ने आग पर काबू पाया।
बुधवार सुबह नौ बजे सोनिक रेलवे स्टेशन के केबिन के पास उगी झाडिय़ों में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। वहां मौजूद रेल कर्मचारी ने यह सूचना स्टेशन मास्टर एमके बघेल को सूचना दी। स्टेशन मास्टर ने फायर ब्रिगेड को जानकारी दी लेकिन गाड़ी एक घंटे बाद दस बजे पहुंची। दमकल ने आग बुझाने की कवायद शुरू की लेकिन हवा तेज होने से उठती लपटों से आग और विकराल होने लगी।
उधर, आग के बढ़ते दायरे को देखते हुए स्टेशन अधिकारियों ने अजगैन से सोनिक के बीच में कानपुर जाने वाले रूट पर दो मालगाडिय़ों को खड़ी करा दिया। वहीं उन्नाव से सोनिक के बीच में एक मालगाड़ी आउटर पर खड़ी रही। स्टेशन मास्टर ने बताया कि आग के चलते दो घंटे पांच मिनट तक कानपुर लखनऊ रूट बाधित रहा। अप व डाउन लाइन में एहतियात के तौर पर मालगाडिय़ों को रोक दिया गया था। 11 बजे आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। वहीं इस आग से एक ठेकेदार द्वारा रखे गए केबिल के बंडल भी जल गए। इंसेट ड्यूटी पूरी होने पर मालगाड़ी को स्टेशन पर छोड़ गए थे चालक व गार्ड
सोनिक। रेलवे स्टेशन पर सुबह सात बजे एक मालगाड़ी आकर खड़ी हो गईं थी। सिग्रल न मिलने से मालगाड़ी यहां से आगे नहीं बढ़ सकी। इसी बीच 10 बजे मालगाड़ी के चालक व गार्ड की ड्यूटी का समय पूरा हो गया। इससे दोनों मालगाड़ी के चालक उसे स्टेशन पर ही रोक कर घर चले गए। इसी बीच तेज हवा से आग की लपटें मालगाड़ी के इंजन तक पहुंचने लगीं तो रेलवे स्टाफ के हाथपांव फूल गए। दमकल कर्मियों ने मालगाड़ी के इंजन तक पहुंच रही लपटों को बुझाया।
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