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सार
मथुरा के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए बृहस्पतिवार को शांतिपूर्वक मतदान हुआ। 62.90 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले। इसी के साथ 55 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई।
मथुरा जिले के 55 प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है। किसका सितारा बुलंद होगा, इसका खुलासा 10 मार्च को मतगणना के दौरान पता चल जाएगा। हालांकि गुरुवार के मतदान ने बहुत कुछ स्थिति को स्पष्ट कर दी है। मथुरा, बलदेव और छाता में आमने-सामने की टक्कर देखने को मिली है तो गोवर्धन और मांट विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रथम चरण में बृहस्पतिवार को जनपद की सभी पांच विधानसभाओं के लिए मतदान हुआ। ठंड के प्रभाव के बावजूद मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा है। इस बार कोरोना के कारण प्रत्याशियों के लिए बड़ी-बड़ी जनसभाएं नहीं हुई थी। डोर-टू-डोर के साथ ही रोड शो व रैली तक ही चुनाव प्रचार सीमित रहा। इससे किसी पार्टी के लिए कोई लहर नहीं दिखाई दी। वोटर साइलेंट दिखा। सुबह से लेकर शाम तक अधिकतर बूथों पर लाइन देखी गई।
जिले की वीआईपी तीन सीट मथुरा, छाता व मांट पर रोचक मुकाबला देखने को मिला है। मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और कांग्रेस के चार बार के विधायक व विधान मंडल के पूर्व नेता प्रतीप माथुर में आमने सामने की टक्कर नजर आई। हालांकि सपा से देवेंद्र अग्रवाल और मांट में भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज हुए बसपा प्रत्याशी एसके शर्मा भाजपा और कांग्रेस का खेल बिगाड़ने की कोशिश में दिखाई दिए।
छाता सीट के लिए भी कड़ा मुकाबला
दूसरी वीआईपी सीट छाता में मुकाबला चिरपरिचित प्रतिद्वंद्वी कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण और रालोद से पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल सिंह के बीच इस बार भी साफ देखने को मिली है। बसपा से सोनपाल व कांग्रेस से पूनम देवी भी यहां मैदान में हैं।
तीसरी वीआईपी सीट मांट में मुकाबला त्रिकोणीय दिखाई दे रहा है। पूर्व मंत्री मौजूदा बसपा विधायक श्याम सुंदर शर्मा आठ बार से यहां विधायक हैं। इस बार उनकी घेराबंदी सपा-रालोद से संजय लाठर और भाजपा के राजेश चौधरी ने कर दी है। कांग्रेस से सुमन चौधरी अपने पार्टीगत वोट को बढ़ाने में जुटी हैं।
गोवर्धन विधान सभा क्षेत्र में भाजपा ने मौजूदा विधायक कारिंदा सिंह की टिकट काटकर मैदान में उतरे ठाकुर मेघश्याम को बसपा से पूर्व विधायक राजकुमार रावत और सपा-रालोद से प्रीतम सिंह का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस से दीपक चौधरी मैदान में हैं।
बलदेव विधान सभा(सुरक्षित) क्षेत्र से भाजपा ने मौजूदा विधायक पूरन प्रकाश को रालोद से बबीता देवी से सीधी टक्कर मिल रही है। बसपा से अशोक कुमार सुमन एडवोकेट और कांग्रेस से विनेश सनवाल भी अपनी ताकत दिखाते नजर आए।
विस्तार
मथुरा जिले के 55 प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है। किसका सितारा बुलंद होगा, इसका खुलासा 10 मार्च को मतगणना के दौरान पता चल जाएगा। हालांकि गुरुवार के मतदान ने बहुत कुछ स्थिति को स्पष्ट कर दी है। मथुरा, बलदेव और छाता में आमने-सामने की टक्कर देखने को मिली है तो गोवर्धन और मांट विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रथम चरण में बृहस्पतिवार को जनपद की सभी पांच विधानसभाओं के लिए मतदान हुआ। ठंड के प्रभाव के बावजूद मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा है। इस बार कोरोना के कारण प्रत्याशियों के लिए बड़ी-बड़ी जनसभाएं नहीं हुई थी। डोर-टू-डोर के साथ ही रोड शो व रैली तक ही चुनाव प्रचार सीमित रहा। इससे किसी पार्टी के लिए कोई लहर नहीं दिखाई दी। वोटर साइलेंट दिखा। सुबह से लेकर शाम तक अधिकतर बूथों पर लाइन देखी गई।
जिले की वीआईपी तीन सीट मथुरा, छाता व मांट पर रोचक मुकाबला देखने को मिला है। मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और कांग्रेस के चार बार के विधायक व विधान मंडल के पूर्व नेता प्रतीप माथुर में आमने सामने की टक्कर नजर आई। हालांकि सपा से देवेंद्र अग्रवाल और मांट में भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज हुए बसपा प्रत्याशी एसके शर्मा भाजपा और कांग्रेस का खेल बिगाड़ने की कोशिश में दिखाई दिए।
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