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सार
मैनपुरी जिले की चारों विधानसभा सीटों पर कुल 22 प्रत्याशी हैं। सबसे अधिक भोगांव से नौ प्रत्याशी हैं। सबसे कम करहल में हैं। इस सीट से भाजपा के एसपी सिंह बघेल, सपा के अखिलेश यादव और बसपा के कुलदीप नरायन चुनाव लड़ रहे हैं।
मुलायम सिंह यादव के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी जिले की हर सीट बड़े नामों के चलते ‘वीआईपी’ बन चुकी है। यहां की चारों विधानसभा सीटें प्रत्याशियों के साथ ही भाजपा और सपा के कद्दावर नेताओं की भी प्रतिष्ठा से भी जुड़ी हैं। चारों विधानसभा सीटों पर कुल 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। करहल पर सबकी निगाहे हैं।
मैनपुरी की वीआईपी सीट करहल से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और भाजपा से केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल मैदान में हैं। भोगांव से आबकारी मंत्री भाजपा के प्रत्याशी हैं। यही नहीं ये सीटें कितनी महत्वपूर्ण हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि केंद्रीय गृहमंत्री दो, मुख्यमंत्री तीन और सपा अध्यक्ष ने पांच रैलियां की हैं। इसके साथ उपमुख्य मंत्री और पूर्व सीएम ने भी सभा की। अब बारी है मतदाताओं की। वह चुनावी रण में किसे अपना प्रतिनिधि चुनेंगे।
रविवार को है मतदान
जिले की चार विधानसभा सीट सदर, करहल, किशनी और भोगांव पर 20 फरवरी को मतदान है। सपा और भाजपा नेताओं ने हर सीट पर जीत दर्ज करने के लिए खूब जोरआजमाइश की है। भाजपा की ओर से मैनपुरी सीट से प्रत्याशी पूर्व मंत्री जयवीर सिंह, भोगांव सीट से आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, करहल सीट से केंद्रीय विधि राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल एवं किशनी सीट से बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. प्रियरंजन आशू दिवाकर चुनाव मैदान में है।
गृहमंत्री अमित शाह ने मैनपुरी शहर के क्रिश्चियन मैदान और करहल विधानसभा के कोसमा चौराहे पर रैली कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन, डिप्टी सीएम दो रैली व डोर-टू-डोर जाकर पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांग चुके हैं।
सैफई परिवार की भी प्रतिष्ठा दांव पर
सपा के दिग्गज नेताओं के साथ ही सैफई परिवार (मुलायम के परिवार) की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मैनपुरी जिले में पांच जनसभाएं कर चुके हैं। करहल विधानसभा सीट पर चापरी मैदान में उन्होंने पिता मुलायम सिंह यादव के साथ खुद के लिए जनसभा की थी।
इसके साथ ही सदर सीट से प्रत्याशी राजकुमार यादव, किशनी सीट से प्रत्याशी बृजेश कठेरिया, भोगांव सीट से प्रत्याशी आलोक शाक्य के समर्थन में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जनसभाएं शुक्रवार को कर चुके हैं। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव भी जनसभाएं कर चुके हैं।
बसपा को जिताने के लिए सतीश मिश्रा ने लगाया दम
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को जिताने के लिए राष्ट्रीय महासचिव सतीष मिश्रा ने भी भरपूर प्रयास किया हैं। उन्होंने मैनपुरी आकर पार्टी प्रत्याशियों के लिए जिले के लोगों से समर्थन मांगा।
विस्तार
मुलायम सिंह यादव के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी जिले की हर सीट बड़े नामों के चलते ‘वीआईपी’ बन चुकी है। यहां की चारों विधानसभा सीटें प्रत्याशियों के साथ ही भाजपा और सपा के कद्दावर नेताओं की भी प्रतिष्ठा से भी जुड़ी हैं। चारों विधानसभा सीटों पर कुल 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। करहल पर सबकी निगाहे हैं।
मैनपुरी की वीआईपी सीट करहल से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और भाजपा से केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल मैदान में हैं। भोगांव से आबकारी मंत्री भाजपा के प्रत्याशी हैं। यही नहीं ये सीटें कितनी महत्वपूर्ण हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि केंद्रीय गृहमंत्री दो, मुख्यमंत्री तीन और सपा अध्यक्ष ने पांच रैलियां की हैं। इसके साथ उपमुख्य मंत्री और पूर्व सीएम ने भी सभा की। अब बारी है मतदाताओं की। वह चुनावी रण में किसे अपना प्रतिनिधि चुनेंगे।
रविवार को है मतदान
जिले की चार विधानसभा सीट सदर, करहल, किशनी और भोगांव पर 20 फरवरी को मतदान है। सपा और भाजपा नेताओं ने हर सीट पर जीत दर्ज करने के लिए खूब जोरआजमाइश की है। भाजपा की ओर से मैनपुरी सीट से प्रत्याशी पूर्व मंत्री जयवीर सिंह, भोगांव सीट से आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, करहल सीट से केंद्रीय विधि राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल एवं किशनी सीट से बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. प्रियरंजन आशू दिवाकर चुनाव मैदान में है।
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