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उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई को मात दी। सोलंकी परिवार को छठवीं बार विधायकी मिली है। बिठूर में भी मुकाबला भाजपा-सपा के बीच ही रहा, लेकिन भाजपा के अभिजीत सिंह सांगा ने शुरू से ही बढ़त बनाकर रखी। आखिरकार दोबारा विधायक बने। घाटमपुर में भाजपा समर्थित अपना दल की सरोज कुरील और बिल्हौर सीट पर भाजपा के राहुल बच्चा सोनकर पहली बार विधायक बने।
इसके अलावा आर्यनगर सीट से सपा के अमिताभ बाजपेई लगातार 15 राउंड तक भाजपा के सुरेश अवस्थी से पीछे रहने के बाद आखिरी जीत गए। सबसे चर्चा वाली सीट कैंट रही। यहां पर सपा प्रत्याशी मो. हसन रूमी ने भाजपा प्रत्याशी रघुनंदन भदौरिया को सीधे मुकाबले में पराजित कर दिया।
कैंट पर पांच मुस्लिम प्रत्याशियों के मैदान में होने से यह कहा जा रहा था कि यहां भाजपा आसानी से जीत जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कैंट में पहली बार सपा का खाता खुला है। इससे पहले यहां से कैंट के सोहिल अख्तर अंसारी विधायक थे। भाजपा ने सात सीटें अपने नाम कीं जिसके बाद शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने भगवा होली खेली।
सीसामऊ विधानसभा सीट की मतगणना को लेकर हुआ हंगामा
नौबस्ता के गल्ला मंडी परिसर में सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना देर शाम तक चलती रही। शाम चार बजे के करीब सीसामऊ विधानसभा की मतगणना को लेकर अचानक से हंगामा शुरू हो गया, जिसमें भाजपा का आरोप था कि वहां पर तीन ईवीएम की सील खुली थी, जबकि सपाइयों ने इसका विरोध किया। मामला काफी देर तक चला। इस बीच भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई और उनके समर्थकों की जिला निर्वाचन अधिकारी से भी कहासुनी हो गई। काफी देर के बाद मामला जाकर शांत हुआ।
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