लखनऊ : लखनऊ के आसपास के इलाकों में लकड़ी माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है। वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से लकड़ी माफिया दिनदहाड़े हरियाली का कत्ल कर रहे हैं। हाल ही में निगोहां क्षेत्र में 60 साल पुराने “कलुआ आम” के पेड़ को रातों-रात काट लिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है।
लकड़ी माफिया हरे पेड़ों की बाग खरीद लेते हैं और आंधी आने के बाद पेड़ गिरने का बहाना बनाकर रातों-रात पूरी बाग साफ कर देते हैं। इसमें वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत होती है। जब ग्रामीण इसका विरोध करते हैं, तो माफिया परमिशन होने का दावा करते हैं और सेटिंग नहीं होने पर अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देते हैं। आधा दर्जन से अधिक गांवों में अवैध कटान अपने चरम पर है। वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से लकड़ी माफिया बेखौफ होकर हरियाली का कत्ल कर रहे हैं। इससे न केवल पर्यावरण प्रभावित हो रहा है, बल्कि ऐतिहासिक पेड़ों की भी धरोहर समाप्त हो रही है।
स्थानीय लोगों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने अवैध कटान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि वन विभाग और पुलिस को अवैध कटान रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे और दोषियों को सजा दिलानी होगी।