[ad_1]
सार
मासूम वेद के इलाज के लिए अमर उजाला फाउंडेशन ने बीड़ा उठाया है। दानवीरों ने भी हाथ खोलकर आर्थिक सहायता की। वेद की मां कृष्णा गर्ग ट्रांसप्लांट के लिए अपना बोन मैरो देंगी।
वो घड़ी आ गई, जिसका वेद को इंतजार था। थैलेसीमिया पीड़ित चार साल के वेद गर्ग को नया जीवन मिलने जा रहा है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 23 फरवरी को उसे जयपुर स्थित ईस्ट एशिया इंस्टीट्यूट ऑफ थैलेसीमिया में भर्ती किया जाएगा। जाने से पहले रविवार को वेद ने माता-पिता के साथ मन:कामेश्वर मंदिर में दर्शन किए हैं।
आगरा के खेरागढ़ निवासी वेद गर्ग नौ माह की उम्र से थैलेसीमिया रक्तरोग से पीड़ित है। पिता जितेंद्र गर्ग मजदूर हैं। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण ट्रांसप्लांट सर्जरी का खर्च उठाने में असमर्थ थे। मानवीय सरोकार के लिए समर्पित अमर उजाला फाउंडेशन ने वेद की मदद का बीड़ा उठाया है। दानवीरों ने भी हाथ खोलकर आर्थिक सहायता की। वेद की मां कृष्णा गर्ग ट्रांसप्लांट के लिए अपना बोन मैरो देंगी। वेद हॉस्पिटल में करीब तीन महीने भर्ती रहेगा।
अब तक 8.79 लाख रुपये इकट्ठे हुए
वेद की सहायता के लिए अब तक 8,79,079 रुपये इकठ्ठा हो चुके हैं। जिसमें 25 हजार का हॉस्पिटल में जमा एक चेक भी शामिल है। पिता जितेंद्र ने बताया कि 23800 रुपये अब तक जांच व इलाज पर खर्च हो चुके हैं। 8,30,279 रुपये बैंक खाते में जमा हैं। वेद के बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 11.10 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है।
ट्रांसप्लांट ही विकल्प
वेद गर्ग का उपचार करने वाली ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. प्रिया ने बताया कि थैलेसीमिया मेजर से पीड़ित मरीज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट ही उपचार का सबसे बेहतर विकल्प है। पिता जितेंद्र गर्ग ने बताया कि वेद का दो साल से रक्त चढ़ा कर उपचार हो रहा है। बार-बार रक्त चढ़ाने से रक्त में आयरन बढ़ रहा है। जिससे अन्य अंगों पर दुष्प्रभाव की आशंका है। इसीलिए चिकित्सकों ने ट्रांसप्लांट की सलाह दी है।
आप भी कर सकते हैं मदद
यदि आप आर्थिक मदद करना चाहते हैं तो सहायता राशि खाता संख्या- 0354101031176 (खाता धारक जितेंद्र गर्ग, वेद के पिता) आईएफसी कोड-सीएनआरबी 0000354 में जमा करा सकते हैं। आप केनरा बैंक के इस खाते में चेक, एनईएफटी व डिजिटल माध्यम से भी सहयोग कर सकते हैं। मदद करने वालों के नाम अमर उजाला में प्रकाशित किए जाएंगे।
विस्तार
वो घड़ी आ गई, जिसका वेद को इंतजार था। थैलेसीमिया पीड़ित चार साल के वेद गर्ग को नया जीवन मिलने जा रहा है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 23 फरवरी को उसे जयपुर स्थित ईस्ट एशिया इंस्टीट्यूट ऑफ थैलेसीमिया में भर्ती किया जाएगा। जाने से पहले रविवार को वेद ने माता-पिता के साथ मन:कामेश्वर मंदिर में दर्शन किए हैं।
आगरा के खेरागढ़ निवासी वेद गर्ग नौ माह की उम्र से थैलेसीमिया रक्तरोग से पीड़ित है। पिता जितेंद्र गर्ग मजदूर हैं। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण ट्रांसप्लांट सर्जरी का खर्च उठाने में असमर्थ थे। मानवीय सरोकार के लिए समर्पित अमर उजाला फाउंडेशन ने वेद की मदद का बीड़ा उठाया है। दानवीरों ने भी हाथ खोलकर आर्थिक सहायता की। वेद की मां कृष्णा गर्ग ट्रांसप्लांट के लिए अपना बोन मैरो देंगी। वेद हॉस्पिटल में करीब तीन महीने भर्ती रहेगा।
अब तक 8.79 लाख रुपये इकट्ठे हुए
वेद की सहायता के लिए अब तक 8,79,079 रुपये इकठ्ठा हो चुके हैं। जिसमें 25 हजार का हॉस्पिटल में जमा एक चेक भी शामिल है। पिता जितेंद्र ने बताया कि 23800 रुपये अब तक जांच व इलाज पर खर्च हो चुके हैं। 8,30,279 रुपये बैंक खाते में जमा हैं। वेद के बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 11.10 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है।
[ad_2]
Source link