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उन्नाव। नगर पालिका क्षेत्र में हर साल पांच हजार से अधिक घर बढ़ जाते हैं लेकिन इस हिसाब से सुविधाएं नहीं बढ़तीं। पालिका लोगों से टैक्स वसूल रही है लेकिन पेयजल संकट, सड़क, कूड़े के ढेर और अन्य समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं।
नगर पालिका के 32 वार्डों में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। पालिका क्षेत्र में पानी की लाइन 50 साल पुरानी है, जो जर्जर हो गई है। दावा किया जा रहा है कि 13 एमएलडी (लाख लीटर प्रति दिन) पानी घरों में पहुंच रहा है लेकिन लीकेज और टूटी पाइप लाइन के कारण घरों में आठ एमएलडी पानी ही पहुंच पाता है।
लोगों को सुबह से ही पानी के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है। सड़कों का हाल ये है कि बारिश शुरू होते ही जलभराव हो जाता है। कई दिन तक लोगों को कीचड़ और गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है। 200 सफाई कर्मियों की टीम लगी है। शहर में हर दिन 48 टन कूड़ा निकलता है लेकिन 20 टन की ही उठान होती है।
घनी बस्तियों का बुरा हाल
शहर की घनी बस्तियों का बुरा हाल है। न पीने के पानी की व्यवस्था है न ही सफाई की। नगर पालिका प्रशासन एप के जरिये लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की बात करता है लेकिन हाल ये है कि प्रचार-प्रसार न होने से लोगों को स्वच्छता एप के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एक हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया गया है लेकिन उस पर भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
खाली प्लाट और गलियों में डंप होता कूड़ा
नगर पालिका का हाल ये है कि कूड़े की उठान नहीं हो पाती है। सफाई कर्मी मोहल्ले में खाली प्लाटों और गलियों को डंपिंग ग्राउंड बनाए हैं। नगर पालिका से 100 मीटर दूर कसाई चौराहा जाने वाले मुख्य सड़क पर कूड़े का ढेर लगा रहता है। वहीं नरेंद्र नगर, क्वेटा तालाब, इंद्रा नगर, शिवनगर, बाबूगंज, शाहगंज, कलक्टरगंज फाटक वाली गली में कूड़े के ढेर लगे रहते हैं।
नगर पालिका क्षेत्र में बने मकान
2018 31973
2019 35158
2020 40615
2021 43568
2022 48349
मोहल्ला तो बसा पर सुविधा न मिली
कब्बाखेड़ा कृष्णापुरम निवासी अतुल गुप्ता का कहना है कि मोहल्ला बस गया। वोट भी दिया जाता है। बिजली का बिल सहित अन्य कर भी दिए जा रहे हैं लेकिन अभी तक सुविधा नहीं मिल सकी। न नाली है और न सड़क।
बंधूहार के हाल गांव से बद्तर
बंधूहार निवासी श्याम सुंदर शुक्ला का कहना है कि बंधूहार मोहल्ले को तो पालिका से हटा देना चाहिए। यहां के हालात तो गांव से बद्तर हैं। गृहकर देने के बाद भी जलभराव, गंदगी और पानी की समस्या है।
नगर पालिका का कार्यभार संभाले एक महीना हुआ है। शहर के जिन क्षेत्रों में अधिक समस्या है उसकी सूची तैयार करा रहे हैं। सड़क, गंदगी, पेयजल सहित सभी शहरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।- ओम प्रकाश, ईओ, नगर पालिका
उन्नाव। नगर पालिका क्षेत्र में हर साल पांच हजार से अधिक घर बढ़ जाते हैं लेकिन इस हिसाब से सुविधाएं नहीं बढ़तीं। पालिका लोगों से टैक्स वसूल रही है लेकिन पेयजल संकट, सड़क, कूड़े के ढेर और अन्य समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं।
नगर पालिका के 32 वार्डों में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। पालिका क्षेत्र में पानी की लाइन 50 साल पुरानी है, जो जर्जर हो गई है। दावा किया जा रहा है कि 13 एमएलडी (लाख लीटर प्रति दिन) पानी घरों में पहुंच रहा है लेकिन लीकेज और टूटी पाइप लाइन के कारण घरों में आठ एमएलडी पानी ही पहुंच पाता है।
लोगों को सुबह से ही पानी के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है। सड़कों का हाल ये है कि बारिश शुरू होते ही जलभराव हो जाता है। कई दिन तक लोगों को कीचड़ और गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है। 200 सफाई कर्मियों की टीम लगी है। शहर में हर दिन 48 टन कूड़ा निकलता है लेकिन 20 टन की ही उठान होती है।
घनी बस्तियों का बुरा हाल
शहर की घनी बस्तियों का बुरा हाल है। न पीने के पानी की व्यवस्था है न ही सफाई की। नगर पालिका प्रशासन एप के जरिये लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की बात करता है लेकिन हाल ये है कि प्रचार-प्रसार न होने से लोगों को स्वच्छता एप के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एक हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया गया है लेकिन उस पर भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
खाली प्लाट और गलियों में डंप होता कूड़ा
नगर पालिका का हाल ये है कि कूड़े की उठान नहीं हो पाती है। सफाई कर्मी मोहल्ले में खाली प्लाटों और गलियों को डंपिंग ग्राउंड बनाए हैं। नगर पालिका से 100 मीटर दूर कसाई चौराहा जाने वाले मुख्य सड़क पर कूड़े का ढेर लगा रहता है। वहीं नरेंद्र नगर, क्वेटा तालाब, इंद्रा नगर, शिवनगर, बाबूगंज, शाहगंज, कलक्टरगंज फाटक वाली गली में कूड़े के ढेर लगे रहते हैं।
नगर पालिका क्षेत्र में बने मकान
2018 31973
2019 35158
2020 40615
2021 43568
2022 48349
मोहल्ला तो बसा पर सुविधा न मिली
कब्बाखेड़ा कृष्णापुरम निवासी अतुल गुप्ता का कहना है कि मोहल्ला बस गया। वोट भी दिया जाता है। बिजली का बिल सहित अन्य कर भी दिए जा रहे हैं लेकिन अभी तक सुविधा नहीं मिल सकी। न नाली है और न सड़क।
बंधूहार के हाल गांव से बद्तर
बंधूहार निवासी श्याम सुंदर शुक्ला का कहना है कि बंधूहार मोहल्ले को तो पालिका से हटा देना चाहिए। यहां के हालात तो गांव से बद्तर हैं। गृहकर देने के बाद भी जलभराव, गंदगी और पानी की समस्या है।
नगर पालिका का कार्यभार संभाले एक महीना हुआ है। शहर के जिन क्षेत्रों में अधिक समस्या है उसकी सूची तैयार करा रहे हैं। सड़क, गंदगी, पेयजल सहित सभी शहरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।- ओम प्रकाश, ईओ, नगर पालिका
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