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उन्नाव। शहर के विभिन्न वार्डों में 398 सड़कों के निर्माण संबंधित मांगपत्र नगर पालिका में लंबित हैं। विधानसभा चुनाव से पहले जिन 70 सड़कों का निर्माण स्वीकृत हुआ था, उनमें 30 पर ही काम शुरू हो पाया है। पालिका की सुस्ती लोगों पर भारी पड़ रही है। कहीं सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं तो कहीं टूटे नाले के कारण हुआ जलभराव लोगों को परेशान किए है।
छोटा चौराहा से हरदोई मार्ग को जोड़ने वाला लोकनगर मार्ग दो साल से खस्ताहाल है। पालिका ने सड़क निर्माण की मंजूरी दी है लेकिन चार माह बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो पाया। बजट 98 लाख 68 हजार रुपये निर्धारित है। मार्ग पर टूटा नाला लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रहा है। सोमवार रात रेलवे क्रॉसिंग से पहले जलभराव होने से आटो पलट गया था। इसमें छह लोगों को चोटें आईं थी। इसके अलावा शिवनगर, पूरन नहर, बंदूहार, पीतांबर नगर, दरियाईखेड़ा, कल्याणी, प्रयाग नारायण खेड़ा, तालिब सरांय सहित शहर में 70 सड़कों के निर्माण को मंजूरी मिली है। इनके निर्माण पर 8. 41 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन काम की कछुआ गति है।
जाम से बचाने वाले रास्ते हो गए जर्जर
शहर के मुख्य मार्ग पर जाम लगा होने पर इससे बचने के लिए हरदोई की ओर, सिविल लाइंस, कब्बाखेड़ा की ओर जाने वाले चार पहिया व अन्य वाहन सवार लोकनगर मार्ग से होकर निकलते थे। ये मार्ग जर्जर होने से अब उन्हें जाम से जूझना पड़ता है। वहीं शहर के मुख्य मार्ग को आईबीपी चौराहे से अनवार नगर होकर लखनऊ-कानपुर हाईवे से जोड़ने वाले मार्ग की भी हालत खस्ता है। जाम लगा होने पर कानपुर की ओर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से हाईवे पहुंचते थे।
सिविल लाइंस मार्ग दो साल में उखड़ा
डीएम-एसपी आवास जाने वाला सिविल लाइंस मार्ग दो साल में कई जगह उखड़ गया है। अक्सर वाहन सवार चुटहिल होते हैं। इसी रास्ते से जिले के आला अधिकारियों का भी आवागमन होता है लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा।
आटो वाले भी जाने से कतराते
शिवम ने बताया कि लोकनगर मार्ग से निकलना मुश्किल है। हालत ये है कि आटो और ई रिक्शा वाले इस मार्ग पर जाने से कतराते हैं। जो जाते भी हैं अधिक किराया लेते हैं। गड्ढों से हादसों का खतरा है।
आलोक ने बताया कि नगर पालिका ने वर्षों से सड़कों के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया। जो सड़कें स्वीकृत हुईं और बजट भी जारी हो गया, वह भी हीलाहवाली की भेंट चढ़ गईं। बारिश होने से काम फिर रोक दिया गया है।
जवाब तलब कर तय समय में कराएंगे काम
नगर पालिका ईओ ओम प्रकाश ने बताया कि सड़कों का निर्माण गुणवत्ता पूर्ण तरीके से कराया जाएगा। पहले क्या हुआ इसका पता नहीं, अब काम सही होगा। लोकनगर मार्ग सहित सभी स्वीकृत व निर्माणाधीन मार्गों की प्रगति समीक्षा करेंगे। निर्माण में देरी और काम क्यों बंद है, इस पर जवाब तलब किया जाएगा और काम तय समय में पूरा काया जाएगा।
उन्नाव। शहर के विभिन्न वार्डों में 398 सड़कों के निर्माण संबंधित मांगपत्र नगर पालिका में लंबित हैं। विधानसभा चुनाव से पहले जिन 70 सड़कों का निर्माण स्वीकृत हुआ था, उनमें 30 पर ही काम शुरू हो पाया है। पालिका की सुस्ती लोगों पर भारी पड़ रही है। कहीं सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं तो कहीं टूटे नाले के कारण हुआ जलभराव लोगों को परेशान किए है।
छोटा चौराहा से हरदोई मार्ग को जोड़ने वाला लोकनगर मार्ग दो साल से खस्ताहाल है। पालिका ने सड़क निर्माण की मंजूरी दी है लेकिन चार माह बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो पाया। बजट 98 लाख 68 हजार रुपये निर्धारित है। मार्ग पर टूटा नाला लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रहा है। सोमवार रात रेलवे क्रॉसिंग से पहले जलभराव होने से आटो पलट गया था। इसमें छह लोगों को चोटें आईं थी। इसके अलावा शिवनगर, पूरन नहर, बंदूहार, पीतांबर नगर, दरियाईखेड़ा, कल्याणी, प्रयाग नारायण खेड़ा, तालिब सरांय सहित शहर में 70 सड़कों के निर्माण को मंजूरी मिली है। इनके निर्माण पर 8. 41 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन काम की कछुआ गति है।
जाम से बचाने वाले रास्ते हो गए जर्जर
शहर के मुख्य मार्ग पर जाम लगा होने पर इससे बचने के लिए हरदोई की ओर, सिविल लाइंस, कब्बाखेड़ा की ओर जाने वाले चार पहिया व अन्य वाहन सवार लोकनगर मार्ग से होकर निकलते थे। ये मार्ग जर्जर होने से अब उन्हें जाम से जूझना पड़ता है। वहीं शहर के मुख्य मार्ग को आईबीपी चौराहे से अनवार नगर होकर लखनऊ-कानपुर हाईवे से जोड़ने वाले मार्ग की भी हालत खस्ता है। जाम लगा होने पर कानपुर की ओर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से हाईवे पहुंचते थे।
सिविल लाइंस मार्ग दो साल में उखड़ा
डीएम-एसपी आवास जाने वाला सिविल लाइंस मार्ग दो साल में कई जगह उखड़ गया है। अक्सर वाहन सवार चुटहिल होते हैं। इसी रास्ते से जिले के आला अधिकारियों का भी आवागमन होता है लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा।
आटो वाले भी जाने से कतराते
शिवम ने बताया कि लोकनगर मार्ग से निकलना मुश्किल है। हालत ये है कि आटो और ई रिक्शा वाले इस मार्ग पर जाने से कतराते हैं। जो जाते भी हैं अधिक किराया लेते हैं। गड्ढों से हादसों का खतरा है।
आलोक ने बताया कि नगर पालिका ने वर्षों से सड़कों के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया। जो सड़कें स्वीकृत हुईं और बजट भी जारी हो गया, वह भी हीलाहवाली की भेंट चढ़ गईं। बारिश होने से काम फिर रोक दिया गया है।
जवाब तलब कर तय समय में कराएंगे काम
नगर पालिका ईओ ओम प्रकाश ने बताया कि सड़कों का निर्माण गुणवत्ता पूर्ण तरीके से कराया जाएगा। पहले क्या हुआ इसका पता नहीं, अब काम सही होगा। लोकनगर मार्ग सहित सभी स्वीकृत व निर्माणाधीन मार्गों की प्रगति समीक्षा करेंगे। निर्माण में देरी और काम क्यों बंद है, इस पर जवाब तलब किया जाएगा और काम तय समय में पूरा काया जाएगा।
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