उन्नाव जिले के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लोधाटीकुर गांव के सामने हुए हादसे में मृत दंपती सहित सभी पांच शवों का रात में ही पोस्टमार्टम कराया गया। देर रात पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द किए। शवों को उठाने में भाई व अन्य परिजनों के हाथ कांप गए।
परिजन उन्नाव से शव लेकर चले ही थे, तभी लखनऊ केजेएमयू में भर्ती दोनों बच्चों की भी मौत होने की सूचना मिल गई। परिवार के लोग पांच शव लेकर बाराबंकी निकले, जबकि मृतक का भाई दो और शवों को लेने के लिए मेडिकल कॉलेज चला गया।
मृतक के बड़े भाई की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। आगरा और वृंदावन घूमकर बाराबंकी जाते समय व्यापारी दिनेश राजपूत की कार में औरास थाना क्षेत्र में लोधा टीकुर गांव के पास पीछे चल रही कार ने ओवरटेक करते समय टक्कर मारते हुए निकल गई थी।
तेज टक्कर लगने से दिनेश कार पर नियंत्रण खो बैठे और डिवाइडर की ग्रिल तोड़ते हुए कार दूसरी लेन में जाकर पलट गई थी। हादसे में उनकी पत्नी अनीता सिंह, बेटी गौरी उर्फ संस्कृति, बहराइच जिले के भयापुरवा थाना मुस्तफाबाद निवासी दिनेश की सास कांती देवी और साली प्रीती की मौत हो गई थी।
मृतक के बेटे लक्ष्यवीर (13) को हल्की चोट आई थी। जबकि दूसरे बेटे आर्यश (साढ़े तीन साल) और साली प्रिया (9) को लखनऊ किंगजॉर्ज मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। देर रात आर्यश और प्रिया की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। पांच शवों का उन्नाव और दो का लखनऊ में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन शव लेकर घर गए।
परिजनों के पहुंचने पर लक्ष्यवीर को भी औरास सीएचसी से छट्टी दे दी गई। एसओ राजकुमार ने बताया कि मृतक के बड़े भाई मनोज राजपूत की तहरीर पर अज्ञात चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। लखनऊ टोल प्लाजा पर पकड़ी गई कार को कब्जे में लिया गया है। कार चला रहे युवक से भी पूछताछ की जा रही है।
पलक झपकते ही तनहा हो गया लक्ष्यवीर
एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में मौत का शिकार हुआ परिवार आगरा और मथुरा घूमकर हंसी खुशी लौट रहा था। लेकिन कुछ ही पलों में पूरा परिवार खत्म हो गया। हादसे की शिकार हुई कार में सवार लोगों में सिर्फ लक्ष्यवीर ही बचा है। इस हादसे में लक्ष्यवीर ने अपने माता, पिता, छोटा व बड़ा भाई, नानी और दो मौसी को खो दिया।