गर्मी ने तोड़ा 2018 का रिकार्ड

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उन्नाव। गर्मी ने मार्च में ही रिकार्ड तोड़ दिया है। आने वालेे दिनों में इसका प्रचंड रूप लोगों को और परेशान करेगा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम की हवा ने मैदानी भागों को गर्म कर दिया है। वहीं ज्योतिष विज्ञान भी मान रहा है कि नक्षत्रों का तारामंडल में परिवर्तन रिकार्ड तोड़ गर्मी होने के संकेत दे रहा है।
जनवरी में जिस तरह मौसम ने करवट ली थी, अंदेशा जताया गया था कि गर्मी लोगों की खूब परेशान करेगी। जनवरी में हुए तीन विक्षोभ कारगर हुए। इससे बारिश के साथ ठंड पड़ी और उसने वायु मंडल को परिवर्तित किया। हिमालय की श्रंखला में असंतुलन से फरवरी के आखिरी सप्ताह से गर्मी की शुरुआत होने लगी। लोगों को गर्म कपड़े उतर गए। मार्च के दूसरे सप्ताह में गर्मी ने तपिश से लोगों को बेहाल करना शुरू कर दिया जो गर्म हवा अप्रैल के पहले सप्ताह से चलना शुरू होती थी। वह मार्च के तीसरे सप्ताह से चलने लगीं। नतीजा यह हुआ कि 23 व 29 मार्च को सबसे गर्म दिन रहा। वर्ष 2018 का रिकार्ड टूटा। जानकारों का मानना है कि इस वर्ष पर्यावरण में वायु प्रदूषण अधिक रहा जिसका नतीजा अब सामने आ रहा है।
वायु की गुणवत्ता का स्तर दो गुना से अधिक प्रदूषित
मौसम विभाग के उत्तर प्रदेश के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि निश्चित तौर पर पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ा है। कार्बन का उर्त्सजन अधिक हो रहा है। वायु की गुणवत्ता का स्तर दो गुना से अधिक प्रदूषित है। इसका सीधा असर मौसम पर हो रहा है। उत्तर-पश्चिम की हवा से ही मानसून बनता है, लेकिन यह हवा इस वर्ष मार्च में ही चलने लगी। इससे मैदानी भाग गर्म हो रहा है। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा। यदि बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में कोई चक्रवात न बना तो तापमान 46 डिग्री तक भी जा सकता है।
मंगल गृह का गोचर व सूर्य का राशि परिवर्तन बढ़ाएगा गर्मी
ज्योतिष शास्त्रत्त्ी पवन शास्त्री ने गर्मी को लेकर कहा कि ऐसे तो यह पर्यावरण में असंतुलन का कारण है, लेकिन इस बार गृह नक्षत्र भी भीषण गर्मी की ओर संकेत कर रहे हैं। नक्षत्रों में परिवर्तन हो रहा है। मकर राशि में मंगल का गोचर होने के साथ कुंभ राशि में मंगल का गोचर वायु में गर्मी को बढ़ाएगा। साथ ही मेष राशि में जब सूर्य का परिवर्तन अप्रैल में होगा तो अग्नि तत्व सूर्य गर्मी को भड़काएगा। कारण सूर्य जब मेष राशि में आते हैं तो वह अपने उफान पर होते हैं। इसके बाद जब मीन राशि में मंगल गोचर करेंगे तो सूर्य जल तत्व वाली शुक्र की राशि वृषभ में मई में प्रवेश करेंगे। इससे गर्मी के साथ चक्रवात भी बनने की संभावना है।
बुधवार को भी तपिश का रहा जोर
बुधवार को लगातार दूसरे दिन तापमान 40 डिग्री के बीच बना रहा। गनीमत रही कि सुबह हल्की धुंध होने से तपिश कम रही, लेकिन दोपहर 12 बजे से बाद लू ने जोर पकड़ा और शाम पांच बजे तक गर्म हवा चलती रही। अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री रहा।

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उन्नाव। गर्मी ने मार्च में ही रिकार्ड तोड़ दिया है। आने वालेे दिनों में इसका प्रचंड रूप लोगों को और परेशान करेगा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम की हवा ने मैदानी भागों को गर्म कर दिया है। वहीं ज्योतिष विज्ञान भी मान रहा है कि नक्षत्रों का तारामंडल में परिवर्तन रिकार्ड तोड़ गर्मी होने के संकेत दे रहा है।

जनवरी में जिस तरह मौसम ने करवट ली थी, अंदेशा जताया गया था कि गर्मी लोगों की खूब परेशान करेगी। जनवरी में हुए तीन विक्षोभ कारगर हुए। इससे बारिश के साथ ठंड पड़ी और उसने वायु मंडल को परिवर्तित किया। हिमालय की श्रंखला में असंतुलन से फरवरी के आखिरी सप्ताह से गर्मी की शुरुआत होने लगी। लोगों को गर्म कपड़े उतर गए। मार्च के दूसरे सप्ताह में गर्मी ने तपिश से लोगों को बेहाल करना शुरू कर दिया जो गर्म हवा अप्रैल के पहले सप्ताह से चलना शुरू होती थी। वह मार्च के तीसरे सप्ताह से चलने लगीं। नतीजा यह हुआ कि 23 व 29 मार्च को सबसे गर्म दिन रहा। वर्ष 2018 का रिकार्ड टूटा। जानकारों का मानना है कि इस वर्ष पर्यावरण में वायु प्रदूषण अधिक रहा जिसका नतीजा अब सामने आ रहा है।

वायु की गुणवत्ता का स्तर दो गुना से अधिक प्रदूषित

मौसम विभाग के उत्तर प्रदेश के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि निश्चित तौर पर पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ा है। कार्बन का उर्त्सजन अधिक हो रहा है। वायु की गुणवत्ता का स्तर दो गुना से अधिक प्रदूषित है। इसका सीधा असर मौसम पर हो रहा है। उत्तर-पश्चिम की हवा से ही मानसून बनता है, लेकिन यह हवा इस वर्ष मार्च में ही चलने लगी। इससे मैदानी भाग गर्म हो रहा है। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा। यदि बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में कोई चक्रवात न बना तो तापमान 46 डिग्री तक भी जा सकता है।

मंगल गृह का गोचर व सूर्य का राशि परिवर्तन बढ़ाएगा गर्मी

ज्योतिष शास्त्रत्त्ी पवन शास्त्री ने गर्मी को लेकर कहा कि ऐसे तो यह पर्यावरण में असंतुलन का कारण है, लेकिन इस बार गृह नक्षत्र भी भीषण गर्मी की ओर संकेत कर रहे हैं। नक्षत्रों में परिवर्तन हो रहा है। मकर राशि में मंगल का गोचर होने के साथ कुंभ राशि में मंगल का गोचर वायु में गर्मी को बढ़ाएगा। साथ ही मेष राशि में जब सूर्य का परिवर्तन अप्रैल में होगा तो अग्नि तत्व सूर्य गर्मी को भड़काएगा। कारण सूर्य जब मेष राशि में आते हैं तो वह अपने उफान पर होते हैं। इसके बाद जब मीन राशि में मंगल गोचर करेंगे तो सूर्य जल तत्व वाली शुक्र की राशि वृषभ में मई में प्रवेश करेंगे। इससे गर्मी के साथ चक्रवात भी बनने की संभावना है।

बुधवार को भी तपिश का रहा जोर

बुधवार को लगातार दूसरे दिन तापमान 40 डिग्री के बीच बना रहा। गनीमत रही कि सुबह हल्की धुंध होने से तपिश कम रही, लेकिन दोपहर 12 बजे से बाद लू ने जोर पकड़ा और शाम पांच बजे तक गर्म हवा चलती रही। अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री रहा।

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