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निर्भया कांड जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी की मुख्य किरदार निभाने वाली नर्स को शनिवार को पुलिस ने दिल्ली गुरु तेग बहादुर अस्पताल से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार करने बाद बयान दर्ज कराने के दौरान नर्स उस पर लगाए गए आरोपों को नकारती रही और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म होने की बात पर अड़ी रही। पुलिस ने अस्पताल से लिए नर्स की मेडिकल रिपोर्ट ली। जिसमें उसकी सामान्य स्थिति मिली। पुलिस ने बताया कि चिकित्सकों ने मेडिकल रिपोर्ट में नर्स के कोई अंदरूनी चोट नहीं होने बात कही है। पुलिस को नर्स ने गिरफ्तार कर थाने लाई और उससे पूछताछ कर बयान दर्ज किए तो वह कहती रही कि उसके साथ घटना हुई है। झूठी कहानी रचने के उस पर आरोप लगाए जा रहे हैं लेकिन पुलिस के पास उसके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य थे तो उसके बयान दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
आजाद से उसकी गहरी दोस्ती है। दोनों ने मिलकर कबीरनगर में 56 लाख के मकान हड़पने के लिए यह साजिश रची थी।
नर्स ने अपने भाई से नंदग्राम थाने में 18 अक्तूबर को पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बहन का 16 अक्तूबर को अपहरण कर दो दिन तक सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। उसे बोरे में बंद करके आश्रम रोड पर फेंक दिया गया। नर्स बोरे में बंद थी और हाथ बंधे थे। नर्स का मुंह चुनरी से ढका हुआ था।
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