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उन्नाव। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है लापता हिस्ट्रीशीटराें की तलाश में लगी पुलिस की चिंता बढ़ती जा रही है। सत्यापन व निगरानी में लगी पुलिस को इस बात का भी डर सता रहा कि भागे हिस्ट्रीशीटर चुनाव में खलल ना डाल दें। लापता हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर पहुंचने के साथ रिश्तेदारों व नजदीकियों से भी पूछताछ कर रही है।
जिले में हिस्ट्रीशीटरों की संख्या 1672 है। 64 की मौत हो चुकी है। 115 मौजूदा समय में जेल में हैं, जबकि 149 गांव छोड़कर अन्य जगहों पर रह रहे हैं। 30 ऐसे हैं जो पुलिस के रेकार्ड में लापता है। अब तक पुलिस इन्हें खोज नहीं पाई है। वह कहां है और किन गतिविधियों में लिप्त हैं, पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।
अब चुनाव की तारीख नजदीक आते ही पुलिस को अंदरखाने लापता हिस्ट्रीशीटरों को लेकर चिंता सताने लगी है। पुलिस अब नए सिरे से इनकी तलाश में लग गई है। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि भागे हिस्ट्रीशीटरों का शीघ्र पता लगाकर उन्हें पाबंद करते हुए निगरानी शुरू की जाए।
उन्नाव। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है लापता हिस्ट्रीशीटराें की तलाश में लगी पुलिस की चिंता बढ़ती जा रही है। सत्यापन व निगरानी में लगी पुलिस को इस बात का भी डर सता रहा कि भागे हिस्ट्रीशीटर चुनाव में खलल ना डाल दें। लापता हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर पहुंचने के साथ रिश्तेदारों व नजदीकियों से भी पूछताछ कर रही है।
जिले में हिस्ट्रीशीटरों की संख्या 1672 है। 64 की मौत हो चुकी है। 115 मौजूदा समय में जेल में हैं, जबकि 149 गांव छोड़कर अन्य जगहों पर रह रहे हैं। 30 ऐसे हैं जो पुलिस के रेकार्ड में लापता है। अब तक पुलिस इन्हें खोज नहीं पाई है। वह कहां है और किन गतिविधियों में लिप्त हैं, पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।
अब चुनाव की तारीख नजदीक आते ही पुलिस को अंदरखाने लापता हिस्ट्रीशीटरों को लेकर चिंता सताने लगी है। पुलिस अब नए सिरे से इनकी तलाश में लग गई है। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि भागे हिस्ट्रीशीटरों का शीघ्र पता लगाकर उन्हें पाबंद करते हुए निगरानी शुरू की जाए।
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