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उन्नाव। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से लेकर ओपीडी तक बुखार पीड़ित मरीजों की भीड़ है लेकिन कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है। सामाजिक दूरी और मास्क की अनदेखी होने से संक्रमण फैलने की आशंका है। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में 124 बुखार पीड़ित पहुंचे। किसी की भी कोविड जांच नहीं कराई गई।
जिला अस्पताल में सोमवार सुबह 9:30 बजे मरीजों की भीड़ थी। मरीज मास्क तक नहीं लगाए थे। फिजीशियन डॉ. कौशलेंद्र प्रकाश ने मरीजों से कोविड मानकों का पालन करने की अपील की। नियमानुसार बुखार के मरीजों की कोविड जांच करना अनिवार्य है लेकिन बीघापुर निवासी बच्चे, अलगनगढ़ की महिला, पतारी की वृद्धा, सफीपुर के अधेड़, कांशीराम कालोनी निवासी बुखार पीड़ित बच्ची की जांच नहीं कराई गई। इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि एंटीजन जांच कराई जा रही है।
सांस रोगी वृद्ध की मौत, कई भर्ती
ईदगाह पत्थर कालोनी निवासी बिसमिल्ला (70) को सांस फूलने पर परिजनों ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं उल्टी व दस्त पीड़ित गायत्रीनगर के पुरुषोत्तम दीक्षित (22), दोस्तीनगर निवासी कुलदीप का बेटा अयांश (9 माह), देवाराकला के रामचंद्र की बेटी आकांक्षा (10 माह), अड़ेरुआ के महेश पांडेय की बेटी उन्नति (6 माह) भर्ती हैं। ईदगाह की मिथलेश गुप्ता (63), अब्बासबाग के प्रेमनारायण मिश्र (70), जुराखनखेड़ा के शिवनारायण की बेटी दीपांशी (3) व हुलासखेड़ा के रामप्रसाद का बेटा विमल (7) भी बीमार हैं।
जिला अस्पताल की ओपीडी में बच्चे का चेकअप करते बाल रोग विशेषज्ञ। संवाद– फोटो : UNNAO
जिला अस्पताल के दवा काउंटर पर लगी लाइन। संवाद– फोटो : UNNAO
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