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फतेहपुर चौरासी। गंगा नदी में 20 दिन पहले मृत मिले दो मासूम चचेरे भाइयों के शव रविवार को गड्ढे से निकलवाए गए। परिजनों ने हत्या की आशंका जता चार लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराकर दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की थी। डीएम की अनुमति के बाद तीन डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के बीच दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया। सूत्रों के अनुसार दोनों की मौत डूबने से ही होने की पुष्टि हुई है।
फतेहपुर चौरासी के खैरागाड़ा निवासी सियाराम का 11 वर्षीय बेटा विपिन 10 मई को चचेरे भाई शिवा (10) पुत्र रामबरन राठौर के साथ तरबूज खाने गंगा किनारे गया था। रात में दोनों के शव गंगा में मिले थे। पोस्टमार्टम के दौरान ही परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताया था। घटना के अगले दिन पड़ोस के गांव फुलवइया निवासी सौरभ ने दो लोगों पर विपिन और शिवा को पीटने संबंधित बयान दिया था। मृतकों के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने 21 मई को कानपुर नगर के कल्लूपुरवा निवासी तीन लोगों व नेवादा निवासी व्यक्ति के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज की थी। परिजनों ने डीएम को पत्र देकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी।
डीएम के निर्देश पर रविवार को सीओ सफीपुर एके राय व एसडीएम की मौजूदगी में शवों को गड्ढे से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डा. मुशीर, डा. रमन सिंह व फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. आशुतोष वार्ष्णेय के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें डूबने से मौत की पुष्टि हुई। शिवा के दोनों पैरों का मांस गायब था। अंदेशा जताया जा रहा कि मांस जानवर खा गए हैं। एहतियात के तौर पर फतेहपुर चौरासी, आसीवन व सदर कोतवाली पुलिस का पुलिस बल पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद रहा। अपर पुलिस अधीक्षक शशिशेखर सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहले मजिस्ट्रेट के पास जाएगी, इसके बाद उन्हें मिलेगी।
फतेहपुर चौरासी। गंगा नदी में 20 दिन पहले मृत मिले दो मासूम चचेरे भाइयों के शव रविवार को गड्ढे से निकलवाए गए। परिजनों ने हत्या की आशंका जता चार लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराकर दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की थी। डीएम की अनुमति के बाद तीन डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के बीच दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया। सूत्रों के अनुसार दोनों की मौत डूबने से ही होने की पुष्टि हुई है।
फतेहपुर चौरासी के खैरागाड़ा निवासी सियाराम का 11 वर्षीय बेटा विपिन 10 मई को चचेरे भाई शिवा (10) पुत्र रामबरन राठौर के साथ तरबूज खाने गंगा किनारे गया था। रात में दोनों के शव गंगा में मिले थे। पोस्टमार्टम के दौरान ही परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताया था। घटना के अगले दिन पड़ोस के गांव फुलवइया निवासी सौरभ ने दो लोगों पर विपिन और शिवा को पीटने संबंधित बयान दिया था। मृतकों के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने 21 मई को कानपुर नगर के कल्लूपुरवा निवासी तीन लोगों व नेवादा निवासी व्यक्ति के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज की थी। परिजनों ने डीएम को पत्र देकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी।
डीएम के निर्देश पर रविवार को सीओ सफीपुर एके राय व एसडीएम की मौजूदगी में शवों को गड्ढे से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डा. मुशीर, डा. रमन सिंह व फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. आशुतोष वार्ष्णेय के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें डूबने से मौत की पुष्टि हुई। शिवा के दोनों पैरों का मांस गायब था। अंदेशा जताया जा रहा कि मांस जानवर खा गए हैं। एहतियात के तौर पर फतेहपुर चौरासी, आसीवन व सदर कोतवाली पुलिस का पुलिस बल पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद रहा। अपर पुलिस अधीक्षक शशिशेखर सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहले मजिस्ट्रेट के पास जाएगी, इसके बाद उन्हें मिलेगी।
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