उन्नाव जिले में बेटे को स्कूल से लेकर घर लौटते समय ट्रक की टक्कर से बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने सड़क पर शव पर शव रखकर ब्रेकर बनवाने और 24 घंटे पुलिस की ड्यूटी लगाने की मांग करते हुए जाम लगा दिया।
तहसीलदार और कोतवाली प्रभारी के समझाने पर करीब दो घंटे बाद जाम खुला। हेलमेट न लगाए होने से सिर पर आई गंभीर चोट दोनों की मौत की वजह बनी। पुरवा कोतवाली क्षेत्र के बैगांव निवासी संदीप यादव (30) सुबह करीब 11 बजे बेटे अनमोल (8) को स्कूल से लेकर घर जा रहा था।
पुरवा से उन्नाव की ओर जा रहे कबाड़ लदे ट्रक ने मंगतखेड़ा चौराहा के पास बाइक में टक्कर मार दी। ट्रक के पीछे के पहिए से कुचलकर पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद भागने की कोशिश कर रहे चालक को ट्रक सहित रोक लिया औैर मारपीट की।
आक्रोशित भीड़ ने लगाया जाम
सूचना पर पहुंची पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। घटना से आक्रोशित भीड़ ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। लोगों ने चौराहा से पहले सड़क पर ब्रेकर बनवाने की मांग की। जाम की सूचना पर पुरवा कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत सिंह पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने।
तहसीलदार ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
तहसीलदार अमृतलाल ने ब्रेकर बनवाने के लिए पीडब्लूडी को लिखने और पिता-पुत्र को टक्कर मारने वाले ट्रक चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। कोतवाल चंद्रकांत सिंह ने बताया चालक को हिरासत में लेते हुए ट्रक को कब्जे में लिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पति और बेटे की एक साथ मौत से गुड़िया बेहाल
बेटे के स्कूल लेने गए पति और बेटे के लौटने का इंतजार कर रही गुड़िया को दोनों की मौत की सूचना मिली तो वह दीवार पर सिर पटकने लगी। बदहवास गुड़िया कई बार बेहोश हुई। वह बार-बार कहती रही वह किसके सहारे रहेगी, उसे भी पति के साथ ही जाना है। लोग उसे बार-बार ढांढस बंधाया।
आज ही दिल्ली जाना था संदीप को
वहीं बेटे और पौत्र का शव शिव प्रसाद और राम दुलारी भी बदहवास हो गईं। गुड़िया के तीन साल की बेटी श्रद्धा है। संदीप दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करता था। साथ में ही छोटा भाई रंजीत भी काम करता है। संदीप एक महीने पहले घर आया था और शनिवार को ही दिल्ली जाना था।