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शहीद के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही गांव में लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। प्रशासन और पुलिस की ओर से जरूरी इंतजाम किए जा रहे थे। दोपहर 12 बजे के बाद सेना के वाहन से शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा भूपेंद्र तुम्हारा नाम रहेगा नारे गूंजने लगे।
शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों लोग उमड़े। कई युवक पेड़ों पर तक चढ़ गए। पड़ोस के मकानों की छतों पर भी जनसमूह पहुंच गया। करीब एक घंटे तक पार्थिक शरीर को घर में रखा रहा। इसके बाद घर के सामने ही बने अंत्येष्टि स्थल पर शहीद को पहुंचाया गया।
अंत्येष्टि स्थल पर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह, अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर, एसएसपी उदयशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन आलोक कुमार, सेवानिवृत आईएएस अवधेश राठौर आदि ने शहीद भूपेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी।
आगरा से आए जवानों ने गारद के साथ बंदूकों से शहीदों को सलामी दी गई। शरीद के छोटे भाई राजन ने चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि परिजनों को प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग नौकरी दी जाएगी। वहीं गांव की सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा।
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