सीएमएस ने सीएमओ से मांगी चार स्टॉफ नर्स

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उन्नाव। जिला अस्पताल में डायरिया व बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्टाफ कम है। इसके कारण इलाज में परेशानी हो रही है। सीएमएस ने सीएमओ से चार स्टाफ नर्स की मांग की है। इसके बाद बेडों की संख्या बढ़ाने की बात कही है। सोमवार को ओपीडी में डायरिया व बुखार से पीड़ित 86 मरीज पहुंचे। इनमें 13 मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया।
जिला अस्पताल से मिले आंकड़ों के मुताबिक इमरजेंसी वार्ड 24 बेड का है। वहीं वार्ड एक व दो 50-50 बेड के हैं। जबकि ट्रामा सेंटर में भी मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इन चारों स्थानों पर कुल 22 स्टाफ नर्स की तैनाती है। जबकि स्वीकृत पदों में वार्ड एक व दो में ही 14 नर्स होनी चाहिए। जबकि सात की ही तैनाती है। इमरजेंसी वार्ड में स्टाफ नर्स के पद ही स्वीकृत नहीं है।
ऐसे में इन्हीं स्टाफ नर्सों से काम लिया जा रहा है। डायरिया मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 32 बेड बढ़ाए जाने हैं लेकिन अभी तक सिर्फ 24 बेड ही बढ़ाए गए हैं। सीएमएस ने सीएमओ से चार स्टाफ नर्स मांगी है।
सोमवार को गांधीनगर की मधु श्रीवास्तव (62), पीडीनगर की सीता शुक्ला (65), मोतीनगर की फूलमती (40), घटोरी निवासी निर्भय की तीन साल की बेटी कीर्ति, अचलगंज के रजनीश के पुत्र विवान (छह माह) को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। उमाशंकर की (17) साल की बेटी अंजली, मन्नाखेड़ा के रामनारायण की डेढ़ साल की बेटी आरोही, इंद्रानगर की प्राची (18) भी भर्ती हैं।
बर्न यूनिट में बंद वार्ड बनेगा डेंगू वार्ड
बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बर्न यूनिट की दूसरी मंजिल पर बंद पड़े वार्ड को खोला जाएगा। इसे डेंगू वार्ड बनाया जाएगा।

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उन्नाव। जिला अस्पताल में डायरिया व बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्टाफ कम है। इसके कारण इलाज में परेशानी हो रही है। सीएमएस ने सीएमओ से चार स्टाफ नर्स की मांग की है। इसके बाद बेडों की संख्या बढ़ाने की बात कही है। सोमवार को ओपीडी में डायरिया व बुखार से पीड़ित 86 मरीज पहुंचे। इनमें 13 मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया।

जिला अस्पताल से मिले आंकड़ों के मुताबिक इमरजेंसी वार्ड 24 बेड का है। वहीं वार्ड एक व दो 50-50 बेड के हैं। जबकि ट्रामा सेंटर में भी मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इन चारों स्थानों पर कुल 22 स्टाफ नर्स की तैनाती है। जबकि स्वीकृत पदों में वार्ड एक व दो में ही 14 नर्स होनी चाहिए। जबकि सात की ही तैनाती है। इमरजेंसी वार्ड में स्टाफ नर्स के पद ही स्वीकृत नहीं है।

ऐसे में इन्हीं स्टाफ नर्सों से काम लिया जा रहा है। डायरिया मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 32 बेड बढ़ाए जाने हैं लेकिन अभी तक सिर्फ 24 बेड ही बढ़ाए गए हैं। सीएमएस ने सीएमओ से चार स्टाफ नर्स मांगी है।

सोमवार को गांधीनगर की मधु श्रीवास्तव (62), पीडीनगर की सीता शुक्ला (65), मोतीनगर की फूलमती (40), घटोरी निवासी निर्भय की तीन साल की बेटी कीर्ति, अचलगंज के रजनीश के पुत्र विवान (छह माह) को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। उमाशंकर की (17) साल की बेटी अंजली, मन्नाखेड़ा के रामनारायण की डेढ़ साल की बेटी आरोही, इंद्रानगर की प्राची (18) भी भर्ती हैं।

बर्न यूनिट में बंद वार्ड बनेगा डेंगू वार्ड

बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बर्न यूनिट की दूसरी मंजिल पर बंद पड़े वार्ड को खोला जाएगा। इसे डेंगू वार्ड बनाया जाएगा।

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