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पोर्ट सूडान से भारतीयों का जत्था रवाना
– फोटो : ANI
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सूडान में फैली हिंसा के बीच में हालातों और पल-पल हालातों से लड़ते हुए किसी तरह घर लौटे उन्नाव जिले के सुमेरपुर ब्लॉक के युवक की आपबीती बताते आंखे भर आईं। उसने कहा कि हमलावर लातघूसों से मारते थे, लूटपाट करते और रुपये व जो भी सामान मिलता छीन ले जाते।
मौत को कई बार करीब से देख चुके बिंदा ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों का नतीजा है कि वह जिंदा लौट पाया। विजयीखेड़ा निवासी बिंदा प्रसाद सूडान में रहकर स्टील कंपनी में मजदूरी करता था। वहां पिछले 15 दिन से हिंसा फैली हुई है। हमलावर लोगों को मार रहे हैं।
ऐसे में वहां फंसे बिंदा प्रसाद भारत सरकार के आपरेशन कावेरी के तहत तरह से घर लौट सके हैं। बिंदा प्रसाद ने आपबीती बताते हुए कहा कि वहां पर भारी संख्या में भारतीय थे। हमलावर सभी को लातघूसों से मारते थे। कनपटी पर गन रख देते थे। मोबाइल, रुपये छीन कर ले जाते थे।
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