[ad_1]
ई रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन के चलते हुए
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हाथरस शहर से लेकर देहात तक काफी ई-रिक्शा बिना नियमों के अपने धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं और यह हादसों का कारण भी बन रहे हैं। नगर पालिका में इन ई-रिक्शों का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है, लेकिन काफी ई-रिक्शा संचालकों ने रजिस्ट्रेशन तक नहीं कराया है।
यातायात के नियमों का काफी ई-रिक्शा चालक पालन नहीं करते। बच्चे भी ई-रिक्शा चलाते देखे जा सकते हैं। ई-रिक्शा में चार सवारियां बैठाने की सीमा है। अधिक लाभ कमाने के लिए रिक्शा चालक आठ से दस सवारियां बैठा लेते हैं। रिक्शा चालक गति का कोई ध्यान नहीं रखते हैं। अक्सर निर्धारित गति से रिक्शा चलाते हैं। इस सब के बावजूद अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं हे।
मंगलवार को भी कोटा चौराहे पर जो ई-रिक्शा बस से टक्कर हादसे का शिकार हुआ, उसमें चार से ज्यादा सवारियां बैठीं थीं। एआरटीओ नीतू सिंह का कहना है कि ई रिक्शों का रजिस्ट्रेशन नगर पालिका में होता है। अवैध रिक्शा चालकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
[ad_2]
Source link