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गंजमुरादाबाद। क्षेत्र के ग्राम नसीरपुर भिक्खन की गोशाला में गुरुवार रात भूख-प्यास से बेहाल एक और मवेशी ने दम तोड़ दिया।
दो माह पूर्व स्थापित गोशाला में 30 गोवंश संरक्षित हैं। लेकिन इसके संचालन के लिए बजट नहीं है। यहां मवेशियों के खाने के लिए भूसा तक नहीं है। पुआल के सहारे काम चल रहा है। गोशाला में दो माह में आठ मवेशी दम तोड़ चुके हैं।
गुरुवार रात एक गोवंश की मौत होने पर शुक्रवार सुबह पशु चिकित्सक डॉ. प्रशांत वर्मा के निर्देश पर बिना पोस्टमार्टम किए मृत गोवंश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गोवंशों की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। पशु चिकित्सक डॉ. प्रशांत वर्मा ने बताया कि धन के अभाव के कारण गोशाला में समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है। प्रस्ताव भेजा गया है। पैसा मिलते ही व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। बीमार व कमजोर गोवंश का उपचार किया गया था। उसकी रात में मौत हो गई। शव दफना दिया गया है। (संवाद)
गंजमुरादाबाद। क्षेत्र के ग्राम नसीरपुर भिक्खन की गोशाला में गुरुवार रात भूख-प्यास से बेहाल एक और मवेशी ने दम तोड़ दिया।
दो माह पूर्व स्थापित गोशाला में 30 गोवंश संरक्षित हैं। लेकिन इसके संचालन के लिए बजट नहीं है। यहां मवेशियों के खाने के लिए भूसा तक नहीं है। पुआल के सहारे काम चल रहा है। गोशाला में दो माह में आठ मवेशी दम तोड़ चुके हैं।
गुरुवार रात एक गोवंश की मौत होने पर शुक्रवार सुबह पशु चिकित्सक डॉ. प्रशांत वर्मा के निर्देश पर बिना पोस्टमार्टम किए मृत गोवंश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गोवंशों की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। पशु चिकित्सक डॉ. प्रशांत वर्मा ने बताया कि धन के अभाव के कारण गोशाला में समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है। प्रस्ताव भेजा गया है। पैसा मिलते ही व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। बीमार व कमजोर गोवंश का उपचार किया गया था। उसकी रात में मौत हो गई। शव दफना दिया गया है। (संवाद)
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