कन्नौज जिले के जेरकिला मोहल्ले में जिस आतिशबाज के घर में सिलेंडर फटने से विस्फोट हुआ, वहां परिवार के पुरुष सदस्य जुमे की नमाज पढ़ने के लिए गए हुए थे। महिलाएं खाना बनाने के बाद घर के दूसरे हिस्से में चली गई थीं। रसोई और उसके पास के कमरे में कोई नहीं था।
खुद यह सोच कर ही आतिशबाज का परिवार रह-रह कर सिहर उठता रहा। दरअसल, शहर के जेरकिला मोहल्ले के रहने वाल अरशद आतिशबाजी बनाने का काम करते हैं। उनके दूसरे भाई भी इस काम में लगे हैं। अरशद के मुताबिक उनका आतिशबाजी का कारखाना मकान से अलग मौसमपुर अल्हड़ में है।
दुकान नगर पालिका के करीब है। अरशद के मुताबिक वह लोग दोपहर में जुमा की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद गए थे। पीछे में उनकी पत्नी और मां घर में थीं। पत्नी खाना बनाने के बाद सिलेंडर का रेग्यूलेटर बंद करना भूल गईं। इसी से सिलेंडर ने आग पकड़ ली और विस्फोट हो गया। दोनों घर के दूसरे हिस्से में थीं, इसलिए आग देख नहीं सकीं।
कोतवाली तक पहुंची धमाकों की आवाज
सिलेंडर में विस्फोट से हुए धमाकों के आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ी। इसकी आवाज कोतवाली में भी सुनी गई। घटना की जानकारी मिली, तो सदर कोतवाल अजय अवस्थी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना से आतिशबाज के मकान का काफी हिस्सा जमींदोज हो गया। आसपास के कई मकानों में दरारें आ गईं।
जानकारी मिलते ही दौड़ पड़ा प्रशासनिक अमला
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। सबसे पहले शहर कोतवाल अजय अवस्थी पहुंचे। उनके साथ कला चौकी प्रभारी आनंद मिश्र भी रहे। थोड़ी देर में सीओ सदर डॉ. प्रियंका वाजपेयी भी दलबल के साथ पहुंचीं। उनके बाद नायब तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह भी पहुंच गए।
आतिशबाजी से जुड़े सामान को कराया नष्ट
विस्फोट के बाद पहुंची पुलिस को मकान के अंदर से बड़ी मात्रा में आतिशबाजी व विस्फोटक सामग्री मिली। हालांकि अरशद ने बताया कि यह सब कच्चा माल है। इससे हादसे का कोई सरोकार नहीं है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्यों को इकट्ठा किया।
इधर-उधर की भागदौड़ में बच्चे को लगी चोट
मकान गिरते ही वहां मौजूद परिजन जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। भागने के दौरान अरशद के भाई नदीम का दो वर्षीय पुत्र साद गिरकर घायल हो गया। अरशद के भाई नदीम ने बताया कि भाई की पत्नी शबीना घर के अंदर खाना बना रही थी। तभी अचानक आग लग गई। आग लगते ही परिजन घर से बाहर भागने लगे।