क्यों न हमें फांसी दे दी जाए: हिंदू महासभा प्रवक्ता ने कहा, प्रशासन को हम दिखते हैं आतंकवादी, योगी को लिखेंगे

0
24

[ad_1]

Hindu Mahasabha spokesperson and Mahamandaleshwar accused the administration

महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती और अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पाण्डेय
– फोटो : फाइल फोटो

विस्तार


अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय और  महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर अपनी बयानबाजी करते रहते हैं, उसी पर प्रशासन कार्रवाई करता है। मीडियो को भेजे बयान में दोनों ने आज प्रशासन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि क्यों न हमें फांसी दे दी जाए, प्रशासन को हम आतंकवादी दिखते हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को इस बारे में पत्र लिखने की बात भी कही।

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय ने प्रशासन पर मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन जानबूझकर महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती एवं मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। प्रशासन ने पहले भी महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती के खिलाफ जमानत निरस्तीकरण प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें उन मुकदमों का जिक्र किया था, जिनमें अंतिम रिपोर्ट भी लग चुकी है। 

उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा जांच में एफआर लगाने के बावजूद भी महामंडलेश्वर के खिलाफ जमानत निरस्तीकरण प्रार्थना पत्र में उन मुकदमों का जिक्र किया गया, ऐसे मुकदमे जिनमें आज तक पुलिस आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाई, जो स्वयं पुलिस के द्वारा ही लिखे गए हैं, उनका भी जिक्र पुलिस ने प्रार्थना पत्र में किया, जिसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने निरस्त कर दिया था। उसके बाद पुनः अलीगढ़ पुलिस प्रशासन ने एक प्रार्थना पत्र जिला प्रशासन को दिया, जिसमें महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती और मेरे खिलाफ पुनः जमानत निरस्तीकरण का प्रार्थना पत्र दिया। यह निश्चित रूप से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का प्रयास है। 

उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रार्थना की जाएगी, कि यदि हम इतने बड़े अपराधी हैं, जो हिंदुत्व का कार्य कर रहे हैं, हमारा एवं महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती का संपूर्ण जीवन सनातन की सेवा में लगा हुआ है। 

क्यों न हमें फांसी दे दी जाए

अलीगढ़ पुलिस- प्रशासन मनगढ़ंत तरीके से खुद एफआईआर  लिखता है और परेशान कर रहा है, क्यों न हमें फांसी दे दी जाए। जबकि सभी जानते हैं कि महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती अथवा मेरे  द्वारा दिए गए किसी भी कथन एवं कृत्य के द्वारा ना तो कहीं कोई दंगा हुआ है, ना कहीं पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा है, फिर भी प्रशासन को हम आतंकवादी क्यों दिखाई देते हैं। अदालत ने प्रशासन की याचिका ख़ारिज कर जवाब दे दिया है। उन्होंने बताया कि महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती और अशोक कुमार पाण्डेय की तरफ से अधिवक्ता प्रदीप कुमार महेश्वरी ने पक्ष रखा। इसकी जानकारी सरकार को दी जाएगी।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here