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काशी विश्वनाथ धाम
– फोटो : अमर उजाला
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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के महीने में दर्शन-पूजन के लिए की गई शुल्क वृद्धि पर एक तरफ जहां सियासत शुरू हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ संत समाज ने इसका समर्थन किया है। अखिल भारतीय संत समाज के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने रविवार को साफ टिप्पणी और शुल्क वृद्धि का विरोध करने वालों को खरी-खरी सुनाई।
स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पर्वों पर श्रद्धालुओं का दबाव ज्यादा होता है। मंदिर न्यास ने जो शुल्क बढ़ाया है वह आम जनता के ऊपर कोई नया शुल्क नहीं है। यह पहले से लिया जाता था और स्वीकार्य था। सावन में भीड़ बढ़ेगी, कर्मचारी भी बढ़ेंगे और व्यवस्थाएं भी बढ़ानी होंगी। ऐसे में शुल्क बढ़ोतरी के विरोध का कोई सैद्धांतिक आधार नहीं है। यह विरोध तर्कसंगत नहीं है। आपकी मर्जी है और आप सुविधा लेना चाहते हैं तो शुल्क दीजिए। किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं है।
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