लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र में शनिवार शाम तीन मंजिला इमारत के मलबे में मिले तीन और शवों के मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ कर आठ हो गयी है। हादसे में घायल 30 लोगों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में इमारत गिरने से हुई मौतों से लोगों की मौत दुखद है। मैं उन लोगों के साथ प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
पुलिस आयुक्त अमित वर्मा ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर में हुये हादसे में अब तक आठ लोगों की मृत्यु हुयी है जबकि 30 घायल हुये हैं जिनका उपचार अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है। इनमें से अधिकतर की हालत खतरे से बाहर है। मलबे में फंसे लोगों की तलाश फिलहाल जारी है मगर अब मलबे में किसी के फंसे होने की संभावना न के बराबर है।
उन्होंने कहा कि हादसे के कारणों की जांच के लिये विशेषज्ञों की कमेटी गठित की जायेगी और वह ही जांच के बाद हादसे की वजह की सटीक जानकारी दे सकेगी। वर्मा ने बताया कि घायलों का इलाज विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है और पुलिस एवं जिला प्रशासन के अधिकारी अस्पतालों में मौजूद हैं और पल पल की जानकारी शासन को उपलब्ध करा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मरने वालों में राज किशोर (27), रूद्व यादव (24), जगरूप सिंह (35), जसमीत सिंह साहनी (41), धीरज (48), पंकज तिवारी (40), अरुण सोनकर (28) और राजेश कुमार शामिल हैं। राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पुलिस,पीएसी के जवान जुटे हुये हैं।
पूरी रात राहत एवं बचाव का काम जारी रहा। मलबे में फंसे लोगों की जानकारी के लिये सेंसर और ड्रोन की भी मदद ली गयी। गौरतलब है कि शनिवार शाम लगभग पौने पांच बजे ट्रांसपोर्टनगर में एक तीन मंजिला इमारत भरभरा कर ढह गयी थी। इमारत में एक मोटर कंपनी के अलावा एक दवा कंपनी का गोदाम था। हादसे के समय इमारत में कई लोग काम कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुये शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।