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गंजमुरादाबाद। छह माह पूर्व स्वीकृत की गई भिक्खनपुर गोपालपुर की वृहद गोशाला का निर्माण अभी भी नहीं शुरू हो सका है। जबकि इसके निर्माण की पहली किस्त 60 लाख रुपये तीन माह पूर्व निकाले जा चुके है।
विकासखंड क्षेत्र में हर न्याय पंचायत स्तर पर दस गोशालाओं का संचालन हो रहा है।
जिसमें करीब 1360 गोवंश संरक्षित हैं। फिर भी क्षेत्र में छुट्टा जानवरों का आतंक व्याप्त है। सड़क से लेकर खेतों तक और नगर से लेकर गांवों तक छुट्टा जानवरों के आतंक से किसान और राहगीर परेशान हैं। इस समस्या के निजात के लिए सरकार द्वारा करीब 6 माह पूर्व भिक्खनपुर गोपालपुर में एक वृहद गोशाला स्थापित करने के लिए कवायद आरंभ की गई थी।
इसके लिए 1.20 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इसकी पहली किश्त 60 लाख रुपये की धनराशि तीन माह पूर्व ही आहरित की जा चुकी है। इसके अलावा इसके लिए 10 बीघा भूमि चिन्हित की गई थी। इसके बनाने की प्रक्रिया शुरू होती उससे पूर्व ही 15 दिन पहले भिक्खनपुर गोपालपुर और जटपुर बेल्थरा के गांवों की सीमा विवाद शुरू हो गया।
जिसे काफी मशक्कत के बाद किसी प्रकार सुलझा लिया गया था। सीमांकन हो जाने के बावजूद भी अभी तक इस वृहद गोशाला का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। जिससे विकासखंड में छुट्टा जानवरों के आतंक से किसानों और राहगीरों को मुक्ति नहीं मिल सकी है।
राजकीय पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल सचान ने बताया कि विधानसभा चुनाव और उसके बाद होली के त्योहार के चलते इस वृहद गोशाला का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। अगले सप्ताह इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। काम पूरा होने में डेढ़ माह का समय लगेगा।
गंजमुरादाबाद। छह माह पूर्व स्वीकृत की गई भिक्खनपुर गोपालपुर की वृहद गोशाला का निर्माण अभी भी नहीं शुरू हो सका है। जबकि इसके निर्माण की पहली किस्त 60 लाख रुपये तीन माह पूर्व निकाले जा चुके है।
विकासखंड क्षेत्र में हर न्याय पंचायत स्तर पर दस गोशालाओं का संचालन हो रहा है।
जिसमें करीब 1360 गोवंश संरक्षित हैं। फिर भी क्षेत्र में छुट्टा जानवरों का आतंक व्याप्त है। सड़क से लेकर खेतों तक और नगर से लेकर गांवों तक छुट्टा जानवरों के आतंक से किसान और राहगीर परेशान हैं। इस समस्या के निजात के लिए सरकार द्वारा करीब 6 माह पूर्व भिक्खनपुर गोपालपुर में एक वृहद गोशाला स्थापित करने के लिए कवायद आरंभ की गई थी।
इसके लिए 1.20 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इसकी पहली किश्त 60 लाख रुपये की धनराशि तीन माह पूर्व ही आहरित की जा चुकी है। इसके अलावा इसके लिए 10 बीघा भूमि चिन्हित की गई थी। इसके बनाने की प्रक्रिया शुरू होती उससे पूर्व ही 15 दिन पहले भिक्खनपुर गोपालपुर और जटपुर बेल्थरा के गांवों की सीमा विवाद शुरू हो गया।
जिसे काफी मशक्कत के बाद किसी प्रकार सुलझा लिया गया था। सीमांकन हो जाने के बावजूद भी अभी तक इस वृहद गोशाला का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। जिससे विकासखंड में छुट्टा जानवरों के आतंक से किसानों और राहगीरों को मुक्ति नहीं मिल सकी है।
राजकीय पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल सचान ने बताया कि विधानसभा चुनाव और उसके बाद होली के त्योहार के चलते इस वृहद गोशाला का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। अगले सप्ताह इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। काम पूरा होने में डेढ़ माह का समय लगेगा।
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