छूट का लाभ और कार्रवाई से बचने को मची होड़

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उन्नाव। मुफ्त राशन लेने वाले अपात्र अब वसूली से बचने के लिए राशन कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। बुधवार सुबह से ही जिला पूर्ति कार्यालय में भीड़ लग गई। गेट बंद होने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
शासन ने सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली से अपात्रों को बाहर निकालने का निर्देश जारी किया है। एक मई से जिला पूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड सरेंडर करने वाले लोगों की भीड़ हो रही है। 20 मई अंतिम तारीख है, इसके बाद रिकवरी और कानूनी कार्रवाई होगी। बुधवार सुबह नौ बजे से ही जिला पूर्ति कार्यालय के बाहर लोग एकत्र हो गए। भीड़ बढ़ने और पहले काम कराने की होड़ में धक्कामुक्की होने लगी। ये देखकर जिला पूर्ति कार्यालय के कर्मचारियों ने मुख्य गेट बंद कर दिया। इस पर लोग हंगामा करने लगे। जब जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने शांत होकर लाइन में लगकर राशन कार्ड जमा करने के लिए कहा। इसके बाद भीड़ सड़क पर डट गई।
इनकी हो रही छटनी
जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि राशन कार्ड सरेंडर करने के बाद शासन के निर्देशानुसार जांच होगी। अभी राशन कार्ड सरेंडर हो रहे हैं लेकिन इनका सर्वे भी होगा, जिसमें सभी से पूरी जानकारी ली जाएगी। बताया कि करदाता, शस्त्र धारक, पांच एकड़ की जमीन, शहर में सौ वर्ग मीटर का घर, फ्रिज, टीवी, बाइक, एसी, 80 वर्गमीटर की दुकान, जीएसटी होल्डर, ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख से अधिक आय, शहरी क्षेत्र में तीन लाख से अधिक की आय वालों को राशन कार्ड लौटाने होंगे।
कर जमा करने में भी आपाधापी
उन्नाव। नगर पालिका ने बीस मई तक के लिए गृह व जलकर में बीस फीसदी छूट की योजना चला रखी है। अंतिम तिथि में सिर्फ दो दिन शेष होने के कारण बुधवार को खूब भीड़ रही। नगर पालिका के हॉल और कर निर्धारण अधिकारी कार्यालय के बाहर तक भीड़ रही। इसी दौरान आउटसोर्सिंग के कंप्यूटर ऑपरेटरों के कार्य बहिष्कार से व्यवस्था गड़बड़ा गई। इंतजार कर रहे लोगों ने हल्ला मचाया। इस पर कर विभाग ने मैनुअल तरीके से रसीद काटी। इसके लिए अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए। नगर पालिका के कर निर्धारण अधिकारी रमेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कर जमा करने के लिए किसी को दिक्कत न हो इसके लिए अलग व्यवस्था की गई है। (संवाद)

यह भी पढ़ें -  Unnao News: चौकीदार की हत्या और लूट का आरोपी सात साल बाद गिरफ्तार

उन्नाव। मुफ्त राशन लेने वाले अपात्र अब वसूली से बचने के लिए राशन कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। बुधवार सुबह से ही जिला पूर्ति कार्यालय में भीड़ लग गई। गेट बंद होने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।

शासन ने सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली से अपात्रों को बाहर निकालने का निर्देश जारी किया है। एक मई से जिला पूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड सरेंडर करने वाले लोगों की भीड़ हो रही है। 20 मई अंतिम तारीख है, इसके बाद रिकवरी और कानूनी कार्रवाई होगी। बुधवार सुबह नौ बजे से ही जिला पूर्ति कार्यालय के बाहर लोग एकत्र हो गए। भीड़ बढ़ने और पहले काम कराने की होड़ में धक्कामुक्की होने लगी। ये देखकर जिला पूर्ति कार्यालय के कर्मचारियों ने मुख्य गेट बंद कर दिया। इस पर लोग हंगामा करने लगे। जब जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने शांत होकर लाइन में लगकर राशन कार्ड जमा करने के लिए कहा। इसके बाद भीड़ सड़क पर डट गई।

इनकी हो रही छटनी

जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि राशन कार्ड सरेंडर करने के बाद शासन के निर्देशानुसार जांच होगी। अभी राशन कार्ड सरेंडर हो रहे हैं लेकिन इनका सर्वे भी होगा, जिसमें सभी से पूरी जानकारी ली जाएगी। बताया कि करदाता, शस्त्र धारक, पांच एकड़ की जमीन, शहर में सौ वर्ग मीटर का घर, फ्रिज, टीवी, बाइक, एसी, 80 वर्गमीटर की दुकान, जीएसटी होल्डर, ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख से अधिक आय, शहरी क्षेत्र में तीन लाख से अधिक की आय वालों को राशन कार्ड लौटाने होंगे।

कर जमा करने में भी आपाधापी

उन्नाव। नगर पालिका ने बीस मई तक के लिए गृह व जलकर में बीस फीसदी छूट की योजना चला रखी है। अंतिम तिथि में सिर्फ दो दिन शेष होने के कारण बुधवार को खूब भीड़ रही। नगर पालिका के हॉल और कर निर्धारण अधिकारी कार्यालय के बाहर तक भीड़ रही। इसी दौरान आउटसोर्सिंग के कंप्यूटर ऑपरेटरों के कार्य बहिष्कार से व्यवस्था गड़बड़ा गई। इंतजार कर रहे लोगों ने हल्ला मचाया। इस पर कर विभाग ने मैनुअल तरीके से रसीद काटी। इसके लिए अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए। नगर पालिका के कर निर्धारण अधिकारी रमेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कर जमा करने के लिए किसी को दिक्कत न हो इसके लिए अलग व्यवस्था की गई है। (संवाद)

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