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उन्नाव। यूएसडीए (उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण) आवासीय और व्यावसायिक भवनों की छत पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के शपथ पत्र के बिना नक्शा पास नहीं करेगा। यूएसडीए उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद सीडीओ ने वर्षा जल संचयन के लिए ये निर्देश दिए हैं। इससे न केवल बारिश का पानी बचेगा, बल्कि भूगर्भ जलस्तर भी बढ़ेगा।
यूएसडीए में अभी तक 300 मीटर के आवासीय भूखंडों और अनावासीय भवनों के नक्शा पास के दौरान छत पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का शपथ पत्र जमा होता रहा है। दो दिन पहले सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के निदेशक राजेश गुप्ता ने जल संचयन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें वर्षा आधारित जल को बचाने की बात कही गई।
इस पर सीडीओ व यूएसडीए के उपाध्यक्ष दिव्यांशु पटेल ने हर भूखंड में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया है। सीडीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी नक्शा यूएसडीए से पास हो, उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का शपथ पत्र जरूर जमा करना होगा।
हजारों लीटर पानी नाली में बहने से बचेगा
जल दोहन के कारण जमीन का जलस्तर लगातार गिर रहा है। शहर भी इससे अछूता नहीं है। शहर की जमीन का जलस्तर 120 फुट के करीब पहुंच गया है। पांच साल में करीब 30 फिट नीचे गया है। घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगने से वर्षा जल जमीन को भरने का काम करेगा। बताते हैं कि छत पर बना रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम न्यूनतम 80,000 हजार लीटर पानी बचाता है। जितना बड़ा घर होगा, उतना अधिक वर्षा जल बचता है।
एक नजर जल बचत पर
100 वर्गमीटर छत 80,000 लीटर
200 वर्गमीटर छत 1,60,000 लीटर
300 वर्गमीटर छत 2,40,000 लीटर
अभी तक शहर में 300 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले भवन और अनावासीय भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी था, लेकिन अब हर भवन में इसे बनाना होगा। बिना शपथ पत्र के नक्शा पास नहीं होगा। नक्शे में इसकी डिजाइन भी बनाई जाएगी।-पीएन सिंह, प्रभारी सचिव, यूएसडीए।
उन्नाव। यूएसडीए (उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण) आवासीय और व्यावसायिक भवनों की छत पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के शपथ पत्र के बिना नक्शा पास नहीं करेगा। यूएसडीए उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद सीडीओ ने वर्षा जल संचयन के लिए ये निर्देश दिए हैं। इससे न केवल बारिश का पानी बचेगा, बल्कि भूगर्भ जलस्तर भी बढ़ेगा।
यूएसडीए में अभी तक 300 मीटर के आवासीय भूखंडों और अनावासीय भवनों के नक्शा पास के दौरान छत पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का शपथ पत्र जमा होता रहा है। दो दिन पहले सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के निदेशक राजेश गुप्ता ने जल संचयन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें वर्षा आधारित जल को बचाने की बात कही गई।
इस पर सीडीओ व यूएसडीए के उपाध्यक्ष दिव्यांशु पटेल ने हर भूखंड में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया है। सीडीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी नक्शा यूएसडीए से पास हो, उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का शपथ पत्र जरूर जमा करना होगा।
हजारों लीटर पानी नाली में बहने से बचेगा
जल दोहन के कारण जमीन का जलस्तर लगातार गिर रहा है। शहर भी इससे अछूता नहीं है। शहर की जमीन का जलस्तर 120 फुट के करीब पहुंच गया है। पांच साल में करीब 30 फिट नीचे गया है। घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगने से वर्षा जल जमीन को भरने का काम करेगा। बताते हैं कि छत पर बना रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम न्यूनतम 80,000 हजार लीटर पानी बचाता है। जितना बड़ा घर होगा, उतना अधिक वर्षा जल बचता है।
एक नजर जल बचत पर
100 वर्गमीटर छत 80,000 लीटर
200 वर्गमीटर छत 1,60,000 लीटर
300 वर्गमीटर छत 2,40,000 लीटर
अभी तक शहर में 300 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले भवन और अनावासीय भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी था, लेकिन अब हर भवन में इसे बनाना होगा। बिना शपथ पत्र के नक्शा पास नहीं होगा। नक्शे में इसकी डिजाइन भी बनाई जाएगी।-पीएन सिंह, प्रभारी सचिव, यूएसडीए।
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