स्कूलों के ऊपर बिजली के तार, खतरे में नौनिहाल

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उन्नाव। परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजरी जर्जर हाईटेंशन लाइनें और परिसर में रखे ट्रांसफार्मर बच्चों के लिए कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं। तेज हवा चलने पर तारों में स्पार्किंग होती रहती है। बारिश आने वाली है, ऐसे में स्कूल परिसर में जलभराव होने पर खतरा और बढ़ जाएगा। विभागीय अधिकारी समस्या के बारे में पत्राचार होने और जल्द समाधान की बात तक ही सीमित हैं।
जिले के 42 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी है। यहां पढ़ने वाले 4860 छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को हर समय चिंता बनी रहती है। विद्युत लाइनों और ट्रांसफार्मरों को हटवाने के लिए बीएसए और खंड शिक्षाधिकारियों ने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने बीएसए को पत्र भेजकर, विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर लाइनों हटवाने का निर्देश दिया है।
केस एक
फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव कठिघरा में कंपोजिट विद्यालय के ऊपर से एचटी एलटी लाइन गुजरी है। ट्रांसफार्मर भी परिसर में रखा है। इस स्कूल में 262 छात्र हैं। पढ़ाई के बाद छात्र परिसर में खेलते भी है। लाइनों में अक्सर स्पार्किंग होने से हादसे का डर रहता है। प्रधान शिक्षिका शहनाज फातिमा ने बताया कि शिकायती पत्र बिजली विभाग के कार्यालय तक पहुंचने के बाद रद्दी की टोकरी में चला गया।
केस दो
फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव शकूराबाद प्राथमिक विद्यालय का भी यही हाल है। इस स्कूल में 140 छात्र पढ़ते हैं। दोपहर में भोजन के बाद छात्र खेलने के लिए परिसर में जाते हैं। ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी होने से तार टूटने का डर शिक्षकों को बना रहता है। प्रधान शिक्षक विवेक कुमार ने बताया कि कई बार बीईओ को लिखकर दिया गया। कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केस तीन
हिलौली ब्लॉक के गांव देवमई स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में 175 छात्रों का नामांकन है। इस विद्यालय में ट्रांसफार्मर रखा है। जिसमें कई बार आग भी लग चुकी है। बिजली विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। प्रधानाचार्य अहीर संजय ने बताया कि ट्रांसफार्मर हटवाने के लिए कई बार जिम्मेदारों को प्रार्थनापत्र दिया। डर बना रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाए।
केस चार
सिकंदरपुर कर्ण ब्लॉक के सुपासी में संचालित प्राथमिक स्कूल में जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बारिश के दिनों में पानी भर जाता है। प्रधान शिक्षक जितेंद्र पटेल ने बताया कि स्कूल में 102 छात्र पंजीकृत हैं। करंट आने का डर बना रहता है। नौनिहालों के जीवन का खतरा है। कई बार शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
केस पांच
हिलौली ब्लॉक की पांच ग्राम सभाओं में संचालित स्कूलों के ऊपर से एचटी लाइन गुजरी है। मुसंडी स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में ट्रांसफार्मर भी रखा है। यहां 153 छात्र हैं। साथ ही तीन शिक्षक तैनात हैं। सभी जान जोखिम में डालकर पढ़ा रहे हैं। वर्ष 2013 में तत्कालीन बीएसए मुकेश कुमार सिंह ने हाईटेंशन लाइन हटवाने के लिए प्रधानाचार्यों को प्रार्थनापत्र देने की बात कही थी। लाइन हटाना तो दूर 11 दिसंबर 2014 को आंधी और बारिश से विद्यालय की चहारदीवारी के बाहर खड़ा आम का पेड़ बिजली के पोल पर गिर गया था। इससे स्कूल में करंट दौड़ गया था।
– बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूल के ऊपर से बिजली की लाइनों और ट्रांसफार्मरों को हटवाने के लिए निदेशक का पत्र आया है। स्कूलों का चिह्नांकन पूरा हो चुका है। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता से मिलकर लाइन हटवाने के लिए पत्र देंगे।
– एक्सईएन जय प्रकाश ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से बिजली की लाइनों हटाने के लिए स्टीमेट तैयार किया जाएगा। इसके बाद पावर कार्पोरेशन से स्वीकृति लेकर तार बदले जाएंगे।
बच्चों ने कह लगता है डर
शकूराबाद प्राथमिक स्कूल की कक्षा चार की छात्रा मानसी ने बताया कि स्कूल परिसर से निकले बिजली के तार जब हवा में हिलते हैं तो डर बना रहता है कि कहीं टूटकर ऊपर न गिर जाएं।
शकूराबाद प्राथमिक स्कूल के कक्षा तीन के छात्र अहम ने बताया कि खेलते समय भी डर बना रहता है। शिक्षक तारों के नीचे से जाने से मना करते हैं।

यह भी पढ़ें -  Unnao News: बांगरमऊ और बीघापुर तहसील में बनेंगे ग्राम न्यायालय

उन्नाव। परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजरी जर्जर हाईटेंशन लाइनें और परिसर में रखे ट्रांसफार्मर बच्चों के लिए कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं। तेज हवा चलने पर तारों में स्पार्किंग होती रहती है। बारिश आने वाली है, ऐसे में स्कूल परिसर में जलभराव होने पर खतरा और बढ़ जाएगा। विभागीय अधिकारी समस्या के बारे में पत्राचार होने और जल्द समाधान की बात तक ही सीमित हैं।

जिले के 42 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी है। यहां पढ़ने वाले 4860 छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को हर समय चिंता बनी रहती है। विद्युत लाइनों और ट्रांसफार्मरों को हटवाने के लिए बीएसए और खंड शिक्षाधिकारियों ने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने बीएसए को पत्र भेजकर, विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर लाइनों हटवाने का निर्देश दिया है।

केस एक

फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव कठिघरा में कंपोजिट विद्यालय के ऊपर से एचटी एलटी लाइन गुजरी है। ट्रांसफार्मर भी परिसर में रखा है। इस स्कूल में 262 छात्र हैं। पढ़ाई के बाद छात्र परिसर में खेलते भी है। लाइनों में अक्सर स्पार्किंग होने से हादसे का डर रहता है। प्रधान शिक्षिका शहनाज फातिमा ने बताया कि शिकायती पत्र बिजली विभाग के कार्यालय तक पहुंचने के बाद रद्दी की टोकरी में चला गया।

केस दो

फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव शकूराबाद प्राथमिक विद्यालय का भी यही हाल है। इस स्कूल में 140 छात्र पढ़ते हैं। दोपहर में भोजन के बाद छात्र खेलने के लिए परिसर में जाते हैं। ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी होने से तार टूटने का डर शिक्षकों को बना रहता है। प्रधान शिक्षक विवेक कुमार ने बताया कि कई बार बीईओ को लिखकर दिया गया। कोई कार्रवाई नहीं हुई।

केस तीन

हिलौली ब्लॉक के गांव देवमई स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में 175 छात्रों का नामांकन है। इस विद्यालय में ट्रांसफार्मर रखा है। जिसमें कई बार आग भी लग चुकी है। बिजली विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। प्रधानाचार्य अहीर संजय ने बताया कि ट्रांसफार्मर हटवाने के लिए कई बार जिम्मेदारों को प्रार्थनापत्र दिया। डर बना रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाए।

केस चार

सिकंदरपुर कर्ण ब्लॉक के सुपासी में संचालित प्राथमिक स्कूल में जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बारिश के दिनों में पानी भर जाता है। प्रधान शिक्षक जितेंद्र पटेल ने बताया कि स्कूल में 102 छात्र पंजीकृत हैं। करंट आने का डर बना रहता है। नौनिहालों के जीवन का खतरा है। कई बार शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

केस पांच

हिलौली ब्लॉक की पांच ग्राम सभाओं में संचालित स्कूलों के ऊपर से एचटी लाइन गुजरी है। मुसंडी स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में ट्रांसफार्मर भी रखा है। यहां 153 छात्र हैं। साथ ही तीन शिक्षक तैनात हैं। सभी जान जोखिम में डालकर पढ़ा रहे हैं। वर्ष 2013 में तत्कालीन बीएसए मुकेश कुमार सिंह ने हाईटेंशन लाइन हटवाने के लिए प्रधानाचार्यों को प्रार्थनापत्र देने की बात कही थी। लाइन हटाना तो दूर 11 दिसंबर 2014 को आंधी और बारिश से विद्यालय की चहारदीवारी के बाहर खड़ा आम का पेड़ बिजली के पोल पर गिर गया था। इससे स्कूल में करंट दौड़ गया था।

– बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूल के ऊपर से बिजली की लाइनों और ट्रांसफार्मरों को हटवाने के लिए निदेशक का पत्र आया है। स्कूलों का चिह्नांकन पूरा हो चुका है। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता से मिलकर लाइन हटवाने के लिए पत्र देंगे।

– एक्सईएन जय प्रकाश ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से बिजली की लाइनों हटाने के लिए स्टीमेट तैयार किया जाएगा। इसके बाद पावर कार्पोरेशन से स्वीकृति लेकर तार बदले जाएंगे।

बच्चों ने कह लगता है डर

शकूराबाद प्राथमिक स्कूल की कक्षा चार की छात्रा मानसी ने बताया कि स्कूल परिसर से निकले बिजली के तार जब हवा में हिलते हैं तो डर बना रहता है कि कहीं टूटकर ऊपर न गिर जाएं।

शकूराबाद प्राथमिक स्कूल के कक्षा तीन के छात्र अहम ने बताया कि खेलते समय भी डर बना रहता है। शिक्षक तारों के नीचे से जाने से मना करते हैं।

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