उन्नाव: दंत व नेत्र रोग चिकित्सक नहीं, मरीज परेशान

0
24

[ad_1]

ख़बर सुनें

पुरवा। सीएचसी में बिजली कटौती के बीच जेनरेटर न चलने के कारण मरीज बेहाल हैं। बुधवार दोपहर पसीने से तरबतर मरीज और तीमारदार पंखा झलते दिखे। जिम्मेदारों का कहना है कि जनवरी से जेनरेटर चलाने के लिए बजट ही नहीं मिला है।
मौरावां पावर हाउस से पुरवा और नगर व ग्रामीण अंचलों के फीडर चमियानी बिछिया, बेहटा के गांवों को बिजली आपूर्ति होती है। बुधवार सुबह पांच बजे से 6:35 बजे तक रोस्टिंग हुई। जबकि दोपहर 12:55 से 2:25 बजे तक बिजली नहीं आई। इसके कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। जेई अशोक पाल ने कहा कि ऊपर से बिजली कटौती होती हैं। इससे दिक्कत बढ़ जाती है।
मरीजों ने बताई समस्या
– सीएचसी में भर्ती मार्ग दुर्घटना में घायल हुईं मौरावां थाना के रसूलपुर निवासी सियादुलारी ने बताया कि बिजली न आने से मजबूरी में पंखा खरीदना पड़ा।
-नगर की मोहल्ला मसवानी निवासी अप्सरी ने बताया कि बीमार पुत्री को सीएचसी में भर्ती कराया है। बिजली कटौती होने से दफ्ती झल रहे हैं।
– सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि बिजली न आने से मरीजों को परेशानी हो रही है। जेनरेटर के लिए जनवरी से बजट नहीं आया है।
दंत और नेत्र रोगियों को रेफर की डोज
औरास। सीएचसी में दंत रोग विशेषज्ञ और नेत्र चिकित्सक नहीं हैं। इसके कारण मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।
ब्लॉक क्षेत्र की करीब 40 हजार आबादी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है। यहां रोजाना 150 मरीज आते हैं। सीएचसी में दांत व आंख के डॉक्टरों के न होने से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
नेत्र चिकित्सक विनोद कुमार का तबादला हसनगंज होने से नेत्र रोगियों को रेफर किया जा रहा है। वहीं दंत चिकित्सक की तो अब तक तैनाती ही नहीं हुई है। नई बस्ती गांव निवासी विजय सिंह, रतीभान सिंह, कस्बा औरास के अजयदीप सिंह, श्याम द्विवेदी, बिसवल गांव के अवधेश, सतीश, सुमित ने सीएमओ से चिकित्सकों की तैनाती की मांग की है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बताया कि सीएचसी में जिस रोग से संबंधित डॉक्टर नहीं हैं, उसकी जानकारी सीएमओ को दी जा चुकी है।

यह भी पढ़ें -  Unnao News: बुजुर्ग दंपती के खाते से निकल गए 4.20 लाख रुपये

पुरवा। सीएचसी में बिजली कटौती के बीच जेनरेटर न चलने के कारण मरीज बेहाल हैं। बुधवार दोपहर पसीने से तरबतर मरीज और तीमारदार पंखा झलते दिखे। जिम्मेदारों का कहना है कि जनवरी से जेनरेटर चलाने के लिए बजट ही नहीं मिला है।

मौरावां पावर हाउस से पुरवा और नगर व ग्रामीण अंचलों के फीडर चमियानी बिछिया, बेहटा के गांवों को बिजली आपूर्ति होती है। बुधवार सुबह पांच बजे से 6:35 बजे तक रोस्टिंग हुई। जबकि दोपहर 12:55 से 2:25 बजे तक बिजली नहीं आई। इसके कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। जेई अशोक पाल ने कहा कि ऊपर से बिजली कटौती होती हैं। इससे दिक्कत बढ़ जाती है।

मरीजों ने बताई समस्या

– सीएचसी में भर्ती मार्ग दुर्घटना में घायल हुईं मौरावां थाना के रसूलपुर निवासी सियादुलारी ने बताया कि बिजली न आने से मजबूरी में पंखा खरीदना पड़ा।

-नगर की मोहल्ला मसवानी निवासी अप्सरी ने बताया कि बीमार पुत्री को सीएचसी में भर्ती कराया है। बिजली कटौती होने से दफ्ती झल रहे हैं।

– सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि बिजली न आने से मरीजों को परेशानी हो रही है। जेनरेटर के लिए जनवरी से बजट नहीं आया है।

दंत और नेत्र रोगियों को रेफर की डोज

औरास। सीएचसी में दंत रोग विशेषज्ञ और नेत्र चिकित्सक नहीं हैं। इसके कारण मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।

ब्लॉक क्षेत्र की करीब 40 हजार आबादी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है। यहां रोजाना 150 मरीज आते हैं। सीएचसी में दांत व आंख के डॉक्टरों के न होने से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

नेत्र चिकित्सक विनोद कुमार का तबादला हसनगंज होने से नेत्र रोगियों को रेफर किया जा रहा है। वहीं दंत चिकित्सक की तो अब तक तैनाती ही नहीं हुई है। नई बस्ती गांव निवासी विजय सिंह, रतीभान सिंह, कस्बा औरास के अजयदीप सिंह, श्याम द्विवेदी, बिसवल गांव के अवधेश, सतीश, सुमित ने सीएमओ से चिकित्सकों की तैनाती की मांग की है।

सीएचसी प्रभारी डॉ. सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बताया कि सीएचसी में जिस रोग से संबंधित डॉक्टर नहीं हैं, उसकी जानकारी सीएमओ को दी जा चुकी है।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here