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उन्नाव। शासन की ओर से चलाए जा रहे तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में लोगों की शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा है। फरियादियों का कहना है कि पांच से छह बार शिकायत करने के बाद भी उन्हें चक्कर लगाने पड़ रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। शनिवार को सदर तहसील में कमिश्नर की मौजूदगी में पहुंचे 208 फरियादियों में मात्र नौ को ही मौके पर न्याय मिल सका। शेष को जल्द समाधान का आश्वासन देकर वापस कर दिया गया।
सदर तहसील में तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन मंडलायुक्त लखनऊ डॉ. रौशन जैकब की अध्यक्षता में हुआ। कमिश्नर के आने की सूचना से फरियादियों की भीड़ लग गई।
लोगों ने राजस्व व पुलिस से संबंधित शिकायतों की झड़ी लगा दी। किसी ने लेखपाल पर पैमाइश के लिए तो किसी ने जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए पुलिस पर पैसे मांगने का आरोप लगाया।
कमिश्नर के सामने राजस्व की 112, पुलिस की 38, विकास की 15, नगर पालिका की 9, विद्युत विभाग की 10 और अन्य विभागों की 24 सहित कुल 208 शिकायतें पहुंचीं।
नौ ही मौके पर निस्तारित हो सकीं। कमिश्नर ने कहा कि सात दिन के अंदर निस्तारण हो जाना चाहिए। इस दौरान डीएम रवींद्र कुमार, एसपी दिनेश त्रिपाठी, सीडीओ दिव्यांशु पटेल, एसडीएम सत्यप्रिय सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। वहीं अवैध खनन होने के सवाल पर कमिश्नर ने जांच की बात कही है।
कब्जा दिलाने के लिए मांग रहे पैसे
दोस्तीनगर के अहमद अली ने बताया कि उनकी जमीन पर कब्जा है। पांच से छह बार प्रार्थनापत्र दे चुके हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप लगाया कि कब्जा दिलाने के लिए पुलिस पैसे की मांग कर रही है।
रौतापुर के शिवशंकर ने बताया कि उनकी पैतृक दो बीघा भूमि पर 200 पेड़ लगे हैं। वह भूमि की पैमाइश कराने के लिए अधिकारियों व लेखपाल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। शिवशंकर ने बताया कि लेखपाल पैमाइश के लिए पैसे मांग रहे हैं।
कोटेदार पर घटतौली का आरोप, कमेटी करेगी जांच
बांगरमऊ। संपूर्ण समाधान दिवस में ग्रामसभा बेहटा मुजावर के राजेंद्र कुमार, श्रीराम, मनमोहन सिंह, मंजेश कुमार, लव कुश, चुन्नीलाल, तारावती, शिवकली, रामकली, नन्हे लाल, पुत्ती लाल आदि ने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया। आरोप लगाया कि कोटेदार राशन में घटतौली करता है। चना, रिफाइंड तेल मनमाने तरीके से अपनों को वितरित करता है।
ग्रामीणों ने बताया कि तीन माह पूर्व शिकायत पर एसडीएम ने जांच कराई थी। कार्डधारकों के पूर्ति निरीक्षक ने बयान लिए थे लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। वहीं दूसरी ओर राशन कोटेदार के पक्ष में दयाराम, लव कुश, सुखबीर, मुलायम सिंह, अशोक यादव, विजय बहादुर, विवेक कुमार, राजेश, शिशुपाल समेत 100 लोग पहुंच गए। इन लोगों ने प्रधानी के चुनाव की रंजिश को लेकर कोटेदार के खिलाफ शिकायत करने का आरोप लगाया। एसडीएम उदित नारायण सेंगर ने कमेटी गठित करके जांच कराने की बात कही है। इस दौरान कुल 134 प्रार्थनापत्र पहुंचे। जिसमें 29 का निस्तारण हो गया। तहसीलदार तरुण प्रताप सिंह मौजूद रहे।
उधर सफीपुर तहसील सभागार में एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा के सामने कुल 35 शिकायतें आईं। जिसमें दो का मौके पर निस्तारण किया गया। हसनगंज में एसडीएम अंकित शुक्ला के सामने 81 प्रार्थनापत्र पहुंचे।
मौके पर भूमिधरी व पैमाइश के 19 मामलों का निस्तारण किया गया। पुरवा में एसडीएम अजीत जयसवाल ने शिकायतें सुनीं। 50 प्रार्थनापत्रों में 12 मामलों का निस्तारण हो सका। पाटन में तहसील बीघापुर में एसडीएम दयाशंकर पाठक ने शिकायतें सुनीं। 90 प्रार्थनापत्रों में नौ का मौके पर निस्तारण किया गया। (संवाद)
उन्नाव। शासन की ओर से चलाए जा रहे तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में लोगों की शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा है। फरियादियों का कहना है कि पांच से छह बार शिकायत करने के बाद भी उन्हें चक्कर लगाने पड़ रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। शनिवार को सदर तहसील में कमिश्नर की मौजूदगी में पहुंचे 208 फरियादियों में मात्र नौ को ही मौके पर न्याय मिल सका। शेष को जल्द समाधान का आश्वासन देकर वापस कर दिया गया।
सदर तहसील में तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन मंडलायुक्त लखनऊ डॉ. रौशन जैकब की अध्यक्षता में हुआ। कमिश्नर के आने की सूचना से फरियादियों की भीड़ लग गई।
लोगों ने राजस्व व पुलिस से संबंधित शिकायतों की झड़ी लगा दी। किसी ने लेखपाल पर पैमाइश के लिए तो किसी ने जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए पुलिस पर पैसे मांगने का आरोप लगाया।
कमिश्नर के सामने राजस्व की 112, पुलिस की 38, विकास की 15, नगर पालिका की 9, विद्युत विभाग की 10 और अन्य विभागों की 24 सहित कुल 208 शिकायतें पहुंचीं।
नौ ही मौके पर निस्तारित हो सकीं। कमिश्नर ने कहा कि सात दिन के अंदर निस्तारण हो जाना चाहिए। इस दौरान डीएम रवींद्र कुमार, एसपी दिनेश त्रिपाठी, सीडीओ दिव्यांशु पटेल, एसडीएम सत्यप्रिय सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। वहीं अवैध खनन होने के सवाल पर कमिश्नर ने जांच की बात कही है।
कब्जा दिलाने के लिए मांग रहे पैसे
दोस्तीनगर के अहमद अली ने बताया कि उनकी जमीन पर कब्जा है। पांच से छह बार प्रार्थनापत्र दे चुके हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप लगाया कि कब्जा दिलाने के लिए पुलिस पैसे की मांग कर रही है।
रौतापुर के शिवशंकर ने बताया कि उनकी पैतृक दो बीघा भूमि पर 200 पेड़ लगे हैं। वह भूमि की पैमाइश कराने के लिए अधिकारियों व लेखपाल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। शिवशंकर ने बताया कि लेखपाल पैमाइश के लिए पैसे मांग रहे हैं।
कोटेदार पर घटतौली का आरोप, कमेटी करेगी जांच
बांगरमऊ। संपूर्ण समाधान दिवस में ग्रामसभा बेहटा मुजावर के राजेंद्र कुमार, श्रीराम, मनमोहन सिंह, मंजेश कुमार, लव कुश, चुन्नीलाल, तारावती, शिवकली, रामकली, नन्हे लाल, पुत्ती लाल आदि ने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया। आरोप लगाया कि कोटेदार राशन में घटतौली करता है। चना, रिफाइंड तेल मनमाने तरीके से अपनों को वितरित करता है।
ग्रामीणों ने बताया कि तीन माह पूर्व शिकायत पर एसडीएम ने जांच कराई थी। कार्डधारकों के पूर्ति निरीक्षक ने बयान लिए थे लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। वहीं दूसरी ओर राशन कोटेदार के पक्ष में दयाराम, लव कुश, सुखबीर, मुलायम सिंह, अशोक यादव, विजय बहादुर, विवेक कुमार, राजेश, शिशुपाल समेत 100 लोग पहुंच गए। इन लोगों ने प्रधानी के चुनाव की रंजिश को लेकर कोटेदार के खिलाफ शिकायत करने का आरोप लगाया। एसडीएम उदित नारायण सेंगर ने कमेटी गठित करके जांच कराने की बात कही है। इस दौरान कुल 134 प्रार्थनापत्र पहुंचे। जिसमें 29 का निस्तारण हो गया। तहसीलदार तरुण प्रताप सिंह मौजूद रहे।
उधर सफीपुर तहसील सभागार में एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा के सामने कुल 35 शिकायतें आईं। जिसमें दो का मौके पर निस्तारण किया गया। हसनगंज में एसडीएम अंकित शुक्ला के सामने 81 प्रार्थनापत्र पहुंचे।
मौके पर भूमिधरी व पैमाइश के 19 मामलों का निस्तारण किया गया। पुरवा में एसडीएम अजीत जयसवाल ने शिकायतें सुनीं। 50 प्रार्थनापत्रों में 12 मामलों का निस्तारण हो सका। पाटन में तहसील बीघापुर में एसडीएम दयाशंकर पाठक ने शिकायतें सुनीं। 90 प्रार्थनापत्रों में नौ का मौके पर निस्तारण किया गया। (संवाद)
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