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उन्नाव। कछुओं की तस्करी में लखनऊ एसटीएफ ने शुक्लागंज निवासी एक युवक को 295 कछुओं के साथ गिरफ्तार किया है। कछुओं को पश्चिम बंगाल पहुंचाया जाता है। वहां से दूसरे देशों में भेजा जाता है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक शिवेंद्र सिंह सेंगर ने टीम के साथ रविवार रात लखनऊ-कानपुर हाईवे पर लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में हनुमान मंदिर तिराहा के पास एक युवक को गिरफ्तार किया। उसके बैग में टीम को 295 कछुए मिले। उसने अपना नाम गंगाघाट के मोहल्ला गोताखोर निवासी वसीम बताया। वसीम ने बताया है कि गंगा, घाघरा, यमुना, चंबल नदी में पाए जाने वाले कछुओं को प्रति कछुआ सौ से दो सौ रुपये में खरीदकर पांच सौ से दो हजार रुपये तक में पश्चिम बंगाल के व्यापारियों को बेचा जाता है। वहां से बांग्लादेश, चीन, हांगकांग, मलेशिया सहित अन्य देशों में तस्करी की जाती है। यह कछुए शक्तिवर्धक दवाओं में प्रयोग किए जाते हैं।
उन्नाव। कछुओं की तस्करी में लखनऊ एसटीएफ ने शुक्लागंज निवासी एक युवक को 295 कछुओं के साथ गिरफ्तार किया है। कछुओं को पश्चिम बंगाल पहुंचाया जाता है। वहां से दूसरे देशों में भेजा जाता है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक शिवेंद्र सिंह सेंगर ने टीम के साथ रविवार रात लखनऊ-कानपुर हाईवे पर लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में हनुमान मंदिर तिराहा के पास एक युवक को गिरफ्तार किया। उसके बैग में टीम को 295 कछुए मिले। उसने अपना नाम गंगाघाट के मोहल्ला गोताखोर निवासी वसीम बताया। वसीम ने बताया है कि गंगा, घाघरा, यमुना, चंबल नदी में पाए जाने वाले कछुओं को प्रति कछुआ सौ से दो सौ रुपये में खरीदकर पांच सौ से दो हजार रुपये तक में पश्चिम बंगाल के व्यापारियों को बेचा जाता है। वहां से बांग्लादेश, चीन, हांगकांग, मलेशिया सहित अन्य देशों में तस्करी की जाती है। यह कछुए शक्तिवर्धक दवाओं में प्रयोग किए जाते हैं।
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