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उन्नाव। तीन थानों में दर्ज मुकदमे सफीपुर सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट में स्थानांतरित होने से वकीलों में रोष कायम है। उन्नाव बार एसोसिएशन के आह्वान पर वकीलों ने बुधवार को न्यायिक कार्यों से विरत रहकर कचहरी मार्ग पुल जाम कर दिया। उन्होंने मामले में सुनवाई न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है।
कोतवाली सफीपुर, थाना माखी और फतेहपुर चौरासी से संबंधित फौजदारी के सभी मुकदमों को जनपद न्यायाधीश के आदेश पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विराट कुमार श्रीवास्तव ने सिविल जज जूनियर डिविजन/न्यायिक मजिस्ट्रेट सफीपुर में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इससे नाराज वकीलों के काम न करने से रोजाना करीब एक हजार मुकदमों की सुनवाई टल रही है।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष सतीश कुमार शुक्ला और महामंत्री ब्रजेंद्र शुक्ल की अगुवाई में हुई एसोसिएशन की बैठक में फैसले के विरोध में न्यायिक कार्य के बहिष्कार का निर्णय लिया गया था।
लगातार चौथे दिन अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया। सुबह 11 बजे अधिवक्ता कचहरी के सामने पुल पर बैठ गए। इसके बाद न्यायालय परिसर पहुंचे और प्रदर्शन किया। हड़ताल के कारण मुकदमों की सुनवाई नहीं हुई। अगली पेशी तारीख तय की गई है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि जब तक फैसला वापस नहीं लिया जाता, हड़ताल जारी रहेगी।
उन्नाव। तीन थानों में दर्ज मुकदमे सफीपुर सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट में स्थानांतरित होने से वकीलों में रोष कायम है। उन्नाव बार एसोसिएशन के आह्वान पर वकीलों ने बुधवार को न्यायिक कार्यों से विरत रहकर कचहरी मार्ग पुल जाम कर दिया। उन्होंने मामले में सुनवाई न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है।
कोतवाली सफीपुर, थाना माखी और फतेहपुर चौरासी से संबंधित फौजदारी के सभी मुकदमों को जनपद न्यायाधीश के आदेश पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विराट कुमार श्रीवास्तव ने सिविल जज जूनियर डिविजन/न्यायिक मजिस्ट्रेट सफीपुर में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इससे नाराज वकीलों के काम न करने से रोजाना करीब एक हजार मुकदमों की सुनवाई टल रही है।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष सतीश कुमार शुक्ला और महामंत्री ब्रजेंद्र शुक्ल की अगुवाई में हुई एसोसिएशन की बैठक में फैसले के विरोध में न्यायिक कार्य के बहिष्कार का निर्णय लिया गया था।
लगातार चौथे दिन अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया। सुबह 11 बजे अधिवक्ता कचहरी के सामने पुल पर बैठ गए। इसके बाद न्यायालय परिसर पहुंचे और प्रदर्शन किया। हड़ताल के कारण मुकदमों की सुनवाई नहीं हुई। अगली पेशी तारीख तय की गई है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि जब तक फैसला वापस नहीं लिया जाता, हड़ताल जारी रहेगी।
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