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उन्नाव। किसानों को सिंचाई की सुविधा देने के उद्देश्य से लगाए गए ट्यूबवेल कनेक्शनों पर अब मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में फिक्स रेट के आधार पर किसानों से बिल लिया जाता है। हालांकि विभाग का कहना है कि केवल लोड की जानकारी करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
ट्यूबवेल पर बिजली के कनेक्शन में आने वाले खर्च पर प्रदेश सरकार 68 हजार रुपये की छूट देती है। जिले में 12,491 ट्यूबवेल कनेक्शन हैं। इनमें मीटर नहीं लगे हैं। किसानों से प्रति माह 1360 रुपये बिल लिया जाता है। किसानों का कहना है कि मीटर लगने के बाद भारी भरकम बिल आएगा, जो चुकाना मुश्किल होगा।
वहीं अधिशासी अभियंता प्रथम हेमेंद्र सिंह व पुरवा के योगेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि शासन ने सभी ट्यूबवेलों पर निशुल्क मीटर लगाने का आदेश दिया है। तय मानक के आधार पर ही बिल वसूलने के निर्देश दिए हैं। मीटर लगाने का उद्देश्य केवल बिजली की खपत जानना है।
उन्नाव। किसानों को सिंचाई की सुविधा देने के उद्देश्य से लगाए गए ट्यूबवेल कनेक्शनों पर अब मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में फिक्स रेट के आधार पर किसानों से बिल लिया जाता है। हालांकि विभाग का कहना है कि केवल लोड की जानकारी करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
ट्यूबवेल पर बिजली के कनेक्शन में आने वाले खर्च पर प्रदेश सरकार 68 हजार रुपये की छूट देती है। जिले में 12,491 ट्यूबवेल कनेक्शन हैं। इनमें मीटर नहीं लगे हैं। किसानों से प्रति माह 1360 रुपये बिल लिया जाता है। किसानों का कहना है कि मीटर लगने के बाद भारी भरकम बिल आएगा, जो चुकाना मुश्किल होगा।
वहीं अधिशासी अभियंता प्रथम हेमेंद्र सिंह व पुरवा के योगेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि शासन ने सभी ट्यूबवेलों पर निशुल्क मीटर लगाने का आदेश दिया है। तय मानक के आधार पर ही बिल वसूलने के निर्देश दिए हैं। मीटर लगाने का उद्देश्य केवल बिजली की खपत जानना है।
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